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सम्पूर्ण गांधी वाङ् मय
ठाकरसी—पुरस्कार, पुस्तिकाके कामके लिए | १३—०—० |
५०० पुस्तकोंको बाँधने और पार्सल करने का खर्च | ३—१०—० |
चिट्ठीका कागज | २—१२—० |
पिकविक निबें | ०—६—० |
पेन्सिलें | ०—३—० |
पुस्तिकाएँ भेजने के लिए एक रीम कागज | २—०—० |
७ अगस्त | |
थैकरकी डाइरेक्टरी | २५—०—० |
३१ अक्तूबर | |
कलकत्तेके रास्ते में चाय और डबल रोटी | ०—९—० |
नाश्ता | १—१५—० |
दोपहरका जलपान | ०—७—० |
अखबार | ०—२—० |
स्टेशनपर कुली | ०—६—० |
आसनसोलमें कुली | ०—२—० |
होटलमें कुली | ०—४—० |
होटलको घोडागाड़ी | १—०—० |
घोडागाड़ी और नाटक | ४—१२—० |
१ नवम्बर | |
धोबी | ०—१०—६ |
जूतेकी पालिश, भूरा चमड़ा, दंत-फेन ब्रश | ०—९—६ |
घोड़ागाड़ी | ३—०—० |
डाक-टिकट—रजिस्टर्ड पत्र | ०—५—० |
'स्टैंडर्ड' तार | ०—८—० |
२ नवम्बर | |
घोड़ागाड़ी | ३—०—० |
डाक-टिकट | ०—४—० |
बम्बईको पुस्तकोंका पार्सल | ४—१२—० |
पत्र-वाहक | ०—४—० |
३ नवम्बर | |
घोड़ागाड़ी | ३—८—० |
बाल और दाढ़ी बनवाई | ०—१०—० |