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भेंट : 'नेटाल एडवर्टाइज़र' को

सचमुच बहुत कम है। फिर एक उच्च कोटिके यूरोपीय और एक मामूली भारतीय कारीगरके बीच होड़, हो ही कैसे सकती है? मेरा मतलब यह नहीं है कि एक भारतीय कारीगर यूरोपीय कारीगरकी होड़में सफलताके साथ खड़ा ही नहीं रह सकता। परन्तु मैं फिर दुहराना चाहता हूँ कि ऐसे ऊँचे दर्जे के और सही प्रकारके कारीगर यहाँ आते ही नहीं। वे अगर आयें भी तो उनको यहाँ काम ही नहीं मिलेगा-- जैसेकि दूसरे पेशेवालोंके लिए यहाँ कोई बहुत अधिक काम नहीं है।

वापस यहाँ आने में आपका क्या हेतु है?

मैं यहाँ कमाई करने के लिए नहीं, बल्कि दो कौमोंके बीच सद्भाव पैदा करने के नम्र उद्देश्यसे आया हूँ। इन कौमोंके बीच अभी बहुत अधिक गलतफहमी है। अत: जबतक दोनों कौमें मेरी उपस्थितिपर एतराज नहीं करती, तबतक मैं यहाँ दोनोंके बीच सद्भाव फैलाने का यत्न करता रहूँगा।

आपने भारतमें जो भी बातें कहीं और जो भी किया उसे भारतीय कांग्रेसने पसंद कर लिया?

मेरा खयाल तो बेशक यही है। मैंने जो-कुछ कहा, जनताके नामपर ही कहा।

क्या इन जहाजोंपर कुछ गिरमिटिया भारतीय नहीं हैं?

नहीं। कुछ ऐसे लोग अवश्य है जो मामूली शर्तोंपर व्यापारियोंकी दूकानोंमें सहायकोंका काम करने के लिए आये है। परन्तु वे गिरमिटिया मजदूर नहीं हैं। भारतीय प्रवासी कानूनके अनुसार, किसी अनधिकृत व्यक्तिका किसीको घरेलू सेवाके लिए गिरमिटमें बाँधकर भारतसे बाहर ले जाना गैर-कानूनी है।

क्या भारतीय कांग्रेस नेटालमें कोई समाचार-पत्र नहीं निकालना चाहती?

मारतीय कांग्रेस तो नहीं परन्तु हाँ, उससे सहानुभूति रखनेवाले कुछ कार्यकर्ता एक पत्र निकालना चाहते थे। किन्तु उस विचारको छोड़ देना पड़ा—केवल इसलिए कि मैं दूसरे काम करते हुए उसके लिए समय नहीं निकाल सकता था। मुझसे कहा गया था कि मैं टाइप और अन्य सामग्री भारतसे अपने साथ लेता आऊं। परन्तु मैंने देखा कि मैं यह काम नहीं कर सकूँगा। इसलिए मैं कुछ नहीं लाया। मैं जिन सज्जनसे बातचीत कर रहा था उन्हें अगर यहाँ आनेके लिए राजी कर पाता तो मैं यह सब सामग्री ले आता। किन्तु मुझे उसमें सफलता नहीं मिली, इसलिए कुछ नहीं लाया।

उपनिवेशके इस आन्दोलनके सम्बन्धमें भारतीय कांग्रेसने[१] क्या कदम उठाया है?

जहाँतक मुझे पता हैं, कांग्रेसने कुछ नहीं किया है।

अपनी मुहिमके बारेमें आपको क्या योजना है?

अपनी मुहिमके बारे में मेरी योजना अब यह है कि अगर मुझे समय दिया गया तो मैं बताऊँ कि हमारे दोनों देशोंके हितोंमें कोई विरोध नहीं है। और यह

  1. यह उल्लेख नेटाल भारतीय कांग्रेसका है।