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सम्पूर्ण गांधी वाङ् मय

है कि वह सारा मामला सरकारके हाथमें छोड़ देनेके लिए तैयार है। ऐसा करने के लिए जो कारण एक सप्ताह पहले थे उससे अधिक अब कोई नहीं हैं—और प्रदर्शनका घोषित लक्ष्य भी अबतक अपूर्ण ही पड़ा है। इसमें आश्चर्यकी कोई बात नहीं कि बहुत-से लोग इस सारे मामलेको निरी टॉयटाँय-फिस्स—बन्दरघुड़की—कहते हैं और ऐसा विश्वास प्रकट करते हैं कि अब यदि ऐसा ही कोई और प्रदर्शन किया गया तो डर्बनके लोग उसमें शामिल होनेको तैयार नहीं होंगे।. . .इस सप्ताह सरकारने अपने कर्तव्य और अधिकार जिस प्रकार समितिके हकमें छोड़ दिये थे, वह इतना असाधारण था कि उससे यह सन्देह हुए बिना नहीं रह सकता कि यह सारा नाटक पहलेसे रचा हुआ था। जहाँतक इस प्रश्नका सम्बन्ध है, यह स्वयं-निर्वाचित समिति अपने आपको अस्थायी सरकार ही समझने लगी थी। वह जहाजोंके आवागमनका नियन्त्रण करने लगी और जिन व्यक्तियोंको उसके सदस्योंके समान ही यहाँ रहने का अधिकार था उनको भी यहाँ उतरने की "इजाजत" देने लगी या देनेसे इनकार करने लगी थी। उसका इरादा यहाँतक था कि वह 'डेनगेल्ड'[१]-नीतिपर चलेगी और उसके लिए लोगोंसे धन वसूल करेगी। इस सारे समय सरकार चुपचाप देखती रही, उसने यात्रियोंकी रक्षाके लिए कुछ नहीं किया और केवल रस्मी प्रतिवाद करके अपने कर्त्तव्यकी इतिश्री समझ ली। अब हम इस विवादमें पड़ना नहीं चाहते कि समितिका इस मार्गपर चलना उचित था या नहीं। उसका खयाल है कि उचित था, परन्तु इससे इस सचाईका खण्डन नहीं होता कि उसने अपने व्यवहार द्वारा, कानूनके बिलकुल खिलाफ, सरकारका स्थान ग्रहण कर लिया था। देरतक लम्बीचौड़ी बातचीत चलती रही। उस बीच जनताको निरन्तर भड़काया जाता रहा। आखिर बिगुल बजा, और सारा डर्बन उठकर और करने या मरने के लिए तैयार होकर 'बन्दरगाह की तरफ उमड़ पड़ा। और तब, अकस्मात् ही ऐन मौकेपर, महान्यायवादी महोदय "शान्त-गम्भीर भावंसे उछल पड़े" और लोगोंको भलेमानस बननकी सलाह देने लगे। उन्होंने लोगोंको आश्वासन दिया कि जो-कुछ करना जरूरी होगा मैं सब करूँगा, आप "अपनी नजर अपने एस्कम्बपर रखिए और वह आपको पार उतार देगा।" समितिने घोषणा की कि उसका इरादा कभी भी सरकारके विरुद्ध कुछ करने का नहीं था और वह सारा मामला सरकारके हाथमें छोड़ने को बिलकुल तैयार है। बस, सम्राज्ञीका जय-घोष होने लगा—चारों ओर आशीर्वाद-वचन गूंज उठे। सब

  1. डेमार्कवासी आक्रमणकारियोंको धन देकर लौटा देने या रक्षाके लिए ब्रिटिश जनता पर लगाया जाने वाला कर।