पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 2.pdf/२४२

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।
२२०
सम्पूर्ण गांधी वाङ् मय

 

(परिशिष्ट ग)
नकल

डबन
१९ दिसम्बर, १८९६

सेवामें
स्वास्थ्य-अधिकारी
पोर्ट नेटाल

'नादरी' जहाज

प्रिय महाशय,

हमने आज प्रातःकालके 'मर्क्युरी' में पढ़ा कि उक्त जहाजमें बीमारी कोई नहीं थी। इसलिए हमें यह देखकर बहुत आश्चर्य हो रहा है कि उसे संगरोधके स्थानमें रखा गया है।

अगर उसे संगरोध में रखने का कारण मालूम हो जाये तो हमें बहुत प्रसन्नता होगी।

जल्दी जवाबके लिए हम आपकी बहुत कृपा मानेंगे।

आपके सच्चे,

(ह॰) दादा अब्दुला ऐंड कम्पनी

(परिशिष्ट घ)
नकल

२१ दिसम्बर, १८९६

(तार)

प्रेषक : लॉटन
सेवामें : उपनिवेश-सचिव
मैरित्सबर्ग

'कूरलैंड' और 'नादरी' दो जहाज पिछले महीनेकी २८ और ३०[१] तारीख को बम्बईसे चलकर गत शुक्रवारको यहाँ पहुँचे। उनमें बीमारी कोई नहीं थी। फिर भी दोनों उसी दिन हस्ताक्षरित परन्तु अगले दिन मुद्रित' घोषणा द्वारा संगरोधमें रख दिये गये। मैं मालिकों की तरफसे गवर्नर महोदयके नाम प्रार्थनापत्र तैयार कर रहा हूँ और शिष्टमण्डलको पेश करके और वकीलकी हैसियतसे हाजिर होकर बतलाना

  1. लगता है यहाँ क्रम बदल गया है। वास्तवमें 'कूरलैंड' ३० को और 'नादरी' २८ नवम्बरको बम्बई से रवाना हुए थे।