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प्रर्थनापत्र : उपनिवेश-मंत्रीको

 

(परिशिष्ट ज ख)
नकल

२२ दिसम्बर, १८९६

प्रिय महाशय,

बम्बईमें इस समय फैले हुए प्लेगके सम्बन्धमें, आपके प्रश्नोंके उत्तर मैं आपकी जानकारीके लिए क्रमशः देता हूँ।

पहली बात यह है कि रोग लगने के बाद उसके चिह्न प्रकट होनेका समय २ से ८ दिनतक होता है, हालाँकि सर वाल्टर औडबेट इस समयको कुछ घंटेसे लेकर २१ दिनतक मानते हैं। इक्कीस दिन, रोग लगने के बाद, उसके प्रकट होनेका अधिकतम समय जान पड़ता है।

दूसरे, यदि जहाजोंकी यात्राके २१ दिनोंमें स्वस्थता रहने का असन्दिग्ध प्रमाणपत्र हो तो मेरी सम्मतिमें जहाजसे रोग फलने का कोई डर नहीं।

तीसरे, लोगोंको बड़ी संख्यामें किसी बन्द स्थानमें ठूँसकर रखने से सदा ही स्वास्थ्य-हानि होनेका भय रहता है। इसलिए यदि सम्भव हो तो उससे बचना चाहिए।

आपका विश्वस्त,

(हस्ताक्षर) एन॰ एस॰ हैरिसन
एम॰ डी॰ बी॰, ए॰, कैटब

(परिशिष्ट झ)
नकल

(तार)

प्रेषक : लॉटन
सेवामें : उपनिवेश-सचिव
मैरित्सबर्ग

संगरोधके विषयमें जवाबका चिन्तासे इन्तजार है। दोनों जहाज पानी, चारा और खाना मांग रहे हैं।

(हस्ताक्षर) गुडरिक, लॉटन ऐंड कुक २–१५

२–१५