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प्रर्थनापत्र : उपनिवेश-मंत्रीको

 

(परिशिष्ट ट)
नकल

डर्बन
२४ दिसम्बर, १८९६

सेवामें
गुडरिक, लॉटन ऐंड कुक
महाशय,

आपका आजकी तारीखका पत्र मिला। मैं स्वास्थ्य-अधिकारीकी हैसियतसे, सब हितोंका उचित ध्यान रखते हुए, अपना कर्तव्य पालन करने का प्रयत्न कर रहा हूँ।

मैं इस बातके लिए तैयार हूँ कि जितने भी आदमी उतारे जाने है, उन सबको, जहाजोंके खर्चपर ब्लफ [बन्दरगाहकी टेकरी] के संगरोध-घरमें रखने की इजाजत दे दूँ। जब यह प्रबन्ध हो जायेगा तब, मेरी हिदायतोंपर अमल करने के बाद, जहाजोंको यात्री उतारने का अनुमतिपत्र दिया जा सकेगा।

आपका आज्ञाकारी,
(हस्ताक्षर) डी॰ बर्टवेल
स्थानापन्न स्वास्थ्य-अधिकारी

(परिशिष्ट)
नकल

डर्बन
२५ दिसम्बर, १८९६

सेवामें
श्री डी॰ बर्टवेल, एम॰ डी॰
स्थानापन्न स्वास्थ्य अधिकारी
श्रीमन्,

आपका कलका पत्र मिला। परन्तु उसका उत्तर देनेसे पहले हम आपका ध्यान इस बातकी ओर खींचना चाहते हैं कि आपने हमारे कलके पत्रमें पूछे गये प्रश्नका कोई उत्तर नहीं दिया है। उसका उत्तर मिल जानेपर हम आपके २४ तारीख के पत्रका उत्तर दे सकेंगे।

जहाजोंको एक दिन रोकने का मतलब १५० पौंडका नुकसान होता है, और उससे यात्रियोंका जीवन नहीं तो उनका स्वास्थ्य तो संकटापन्न हो ही जाता है। इन बातोंका विचार करते हुए, भरोसा है, आपका