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सम्पूर्ण गांधी वाङ् मय

उत्तर हमें आज प्रातःकाल ही मिल जायेगा। और उसके पश्चात् तुरन्त ही आपको हमारा उत्तर पहुँच जायेगा।

आपके आज्ञाकारी सेवक,
(हस्ताक्षर) गुडरिक, लॉटन ऐंड कुक

(परिशिष्ट ड)
नकल

डर्बन
२५ दिसम्बर, १८९६

सेवामें
गुडरिक, लॉटन ऐंड कुक
महाशय,

आपके २५ दिसम्बरके पत्रके उत्तरमें, जिसमें आपने लिखा है कि मैंने आपके उस पहले पत्रमें पूछे हुए प्रश्नका उत्तर नहीं दिया जो आपने यात्री उतारने का अनुमतिपत्र देनेसे मेरे इनकार करने आदिके विषय में लिखा था, मैं निवेदन करना चाहता हूँ कि मैं इन जहाजोंको, मेरी लिखी हुए शतोंको पूरा किये बिना, अनुमतिपत्र देना सुरक्षित नहीं समझता।

आपका आज्ञाकारी,
(हस्ताक्षर) डी॰ बर्टवेल
स्थानापन्न स्वास्थ्य अधिकारी
डर्बन बन्दरगाह

(परिशिष्ट ढ)
नकल

डर्बन
२५ दिसम्बर, १८९६

सेवामें
श्री डी॰ बर्टबेल, एम॰ डी॰
स्थानापन्न स्वास्थ्य अधिकारी
प्रिय महोदय,

हमें आपका आजका पत्र मिला। आपने यात्री उतारने का अनुमतिपत्र देनेसे इनकार करने के विषयमें लिखा है कि आप अपनी लिखी हुई शर्तें पूरी हुए बिना अनुमतिपत्र देना सुरक्षित नहीं समझते।