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सम्पूर्ण गांधी वाङ् मय


"सभामें उपस्थित प्रत्येक व्यक्ति इस प्रस्तावसे सहमत है, और इसे क्रियान्वित करने में सरकारको सहायता देनेके लिए अपने-आपको पाबन्द करता है कि उसका देश उससे जो चाहेगा सो वह करेगा। और इस दृष्टिसे, यदि आवश्यकता होगी तो, उससे जब कभी कहा जायेगा, वह बन्दरगाहपर जानेको तैयार रहेगा।"

हमारे द्वारा नियुक्त एक आदमीने डॉ॰ मैकेंजीके भाषणकी जो रिपोर्ट ली थी उसके कुछ उद्धरण निम्नलिखित हैं :

"श्री गांधीने हमारे नामको भारतकी नालियोंमें घसीटा और वहाँ हमारी ऐसी काली और मैली तसवीर खींची कि जैसी उसकी अपनी खाल है (हँसी और तालियाँ)।"

"हम श्री गांधीको बतला देंगे कि नेटाल-उपनिवेशमें आना, यहाँ जो भी कुछ अच्छा और नेक है उसका फायदा उठाना, और फिर यहाँसे जाकर जिनके आतिथ्यका उपभोग वह कर रहा था, उन्हींको गालियाँ देना कैसा होता है। हम श्री गांधीको बतला देंगे कि उसकी कार्रवाइयोंसे हमें पता लग गया है कि कुलियोंको जो-कुछ दिया गया था उससे वे सन्तुष्ट नहीं हैं, और वह उनके लिए कुछ और लेना चाहता है। और सज्जनो, वह जरूर कुछ और पायेगा (हँसी और तालियाँ)।"

"अमेरिकाने कुछ चीनियोंको वापस चीन भेज दिया था और ग्लासगोतकके कुछ लोगोंको वापस भेज दिया था, क्योंकि यांकी [अमरीकी] लोग इन्हें अच्छा नहीं समझते थे। हम भी बहुत-से रोगी, प्लेगवाले लोगोंको वहीं भेज देंगे जहाँसे वे आये हैं।"

डॉ॰ मैकेंजीने जो प्रस्ताव पेश किया था उसपर तुरन्त बोलते हुए उन्होंने कहा :

"तो, आपको पता लग गया कि हमें बन्दरगाहपर क्यों जाना है (तालियाँ)। मुझे आशा हैं कि जब आवश्यकता पड़ेगी तब आप-सब वहाँ पहुँच जायेंगे। इसमें ऐसी कोई बात नहीं जिसके लिए आपमें से किसीको शरमिन्दा होना पड़े। जिस किसीमें कुछ भी मरदानगी हो, उसे उसका देश जब भी कहे तभी उसके लिए कुछ कर गुजरने को तैयार रहना चाहिए।"

"परन्तु हमें जो हालात झिलमिलाते दिखलाई दे रहे हैं, उनसे यदि यह मालूम पड़ता हो कि भारतीय लोग यूरोपीयोंकी बराबरीपर खड़े होनेवाले है, तो वैसा केवल एक तरीकेसे हो सकता है—वैसा केवल संगीनोंकी नोकके बलपर किया जा सकता है" (तालियाँ)।

"हम, जो आज रात यहाँ इकट्ठे हुए हैं, अपने मानकी रक्षाके लिए, और उपनिवेशमें अपने बच्चोंके लिए वे स्थान सुरक्षित करने के लिए, जो आज भी हम गांधीपन्थियोंके बच्चों और वारिसोंको सौंप चुके हैं, किसी भी हदतक आगे बढ़ने को तैयार हैं" (तालियाँ)।

"मैं इस सभामें बहुत जल्दीमें आ गया हूँ। परन्तु मेरा खयाल है कि मैंने मुख्य-मुख्य बातें आपके सामने पेश कर दी हैं। और उनका मतलब यह है कि हम इस मामले में सरकारका साथ देंगे, हमको भरोसा है कि सरकार हमारी सहायता