पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 20.pdf/१२२

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तार चित्तरजन दासको मेरी अन्तिम वात है स्वदेशी। यद्यपि वकीलो और छात्रोसे अदालतें और स्कूल छोडनेका अनुरोध करना मैं कभी बन्द न करूंगा, फिर भी वे इसपर अमल न करे तो उसका हमारे संघर्षपर कोई प्रभाव न पडेगा बशर्ते कि हम विदेशी मालका बहि- कार पूरा कर दे। पूर्ण स्वदेशीका अर्थ ही स्वराज्य है। अन्तमें गांधीजीने कहा कि स्वराज्यको प्राप्ति निर्भयता, आत्मत्यागको भावना, अहिंसा, हिन्दू-मुस्लिम ऐक्य और चरखके अपनानेपर निर्भर है। माज, १६-५-१९२१ ४९. तारः सिलहट कांग्रेस कमेटीके मन्त्रीको शिमला १७ मई, १९२१ मन्त्री काग्रेस कमेटी सिलहट दुख हुआ। मुख्य अधिकारी दास। उन्हे सूचित कर रहा हूँ। तफसील भेजे। गांधी अग्नेजी प्रति (एस० एन० ७५२६) की फोटो-नकलसे। ५०. तार : चित्तरंजन दासको शिमला १७ मई, १९२१ चित्तरजन दास रसा रोड कलकत्ता तार दें कितनी रकम किस लिए चाहिए। गांधी अग्रेजी प्रति (एस. एन. ७५२५)की फोटो-नकलसे।