पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 20.pdf/२९८

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।

१२३. पत्र-लेखकों से

आर० शर्मा: जहाँ-कहीं जरूरत पड़ी है, स्थानीय कार्यकर्त्ता असहयोग आन्दोलनमें जेल जानेवालों के परिवारोंकी देखभाल कर रहे हैं।

एल० एन० दास: प्रतियोगिताके लिए बनाये गये चरखे सत्याग्रहाश्रम साबरमती को अपने खर्चेपर भेजे जा सकते हैं। जिस चरखेसे आठ घंटे में कमसे-कम तीन पौंड एकसा और अच्छी बटवाला सूत काता जा सके उस चरखे के अन्वेषकको ५,००० रु० का पारितोषिक दिया जायेगा। इसके पुर्जे भारतमें बन सकने चाहिए और कीमत ५० रु० से अधिक हरगिज नहीं होनी चाहिए।

बी० नारायण: जिन वकीलोंने वकालत तो छोड़ दी है परन्तु जो असहयोगके अन्य कर्त्तव्यों का पालन नहीं करते या जो आन्दोलन में विश्वास ही नहीं रखते, केवल वकालत बन्द कर देनेसे ही वे असहयोगी नहीं माने जा सकते। ऐसा भी हो सकता है कि कोई वकील आन्दोलनको समाप्त करनेमें अपना समय लगाने के उद्देश्यसे वकालतका पेशा बन्द करे। अमुक काम ठीक है या गलत इसका निर्णय कामके उद्देश्यको देखकर किया जा सकता है।

वी० वी० साठे:आपका पत्र प्रकाशित करनेकी जरूरत नहीं है। जो लोग अज्ञानसे, द्वेष-भावनासे या विश्वासकी कमी के कारण असहयोगका विरोध करते हों, उन्हें सही ज्ञान, प्रेम और निष्ठासे धीरे-धीरे अपना बनाना चाहिए।

टी० एम०: राष्ट्रीय कार्योंके लिए ऋण के बतौर कोई कोष-संग्रह करनेका विचार बुरा नहीं है। परन्तु आप कोषके मुख्य उद्देश्यको जो स्वर्गीय लोकमान्यकी स्मृतिको अमर बनाना है, नजर अन्दाज कर रहे हैं। हमें हाथमें लिया काम अवश्य पूरा करना चाहिए। यदि हमें और रुपयोंकी जरूरत है तो हम ऋणकी बात सोच सकते हैं। स्मारक-कोषका स्थान कर्ज नहीं ले सकता। स्मारक कोषमें तो दान दी गई रकमें ही हो सकती हैं।

आर० सी० माथुर: छुआछूतकी भावनाके बिलकुल मिट जानेपर यह अन्देशा नहीं होगा कि भंगी, यदि उन्हें ठीक पैसा दिया गया और उनके साथ अच्छा बरताव किया गया तो, सफाईका काम करनेसे इनकार करेंगे। संसारके अन्य भागों में सफाई का काम, यदि यहाँसे बेहतर नहीं तो, भी काफी अच्छी तरह किया जाता है। परन्तु मान लें कि छुआछूतका प्रतिबन्ध हट जानेपर भंगी गन्दगी साफ करनेसे इनकार कर देंगे; उस हालत में हमें खुद सफाई करनेको तैयार रहना चाहिए। अस्पृश्यताको मिटा देनेका अर्थ यह भी है कि दूसरोंके मलमूत्रकी सफाई करनेमें उसी प्रकार कोई पाप या शर्म की बात नहीं है जिस प्रकार माँके लिए बच्चेका मैला साफ करने या वैतनिक परिचारिका (नर्स) या परिचारक के लिए अपने मरीजका मैला साफ करनेमें।

[ अंग्रेजीसे ]
यंग इंडिया, २२-६-१९२१