पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 20.pdf/३०६

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।
२७६
सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय


नहीं कर सकेंगे। अगर आप लोग विदेशी कपड़ेका पूर्णतया त्याग नहीं करते तो आप इस वर्ष स्वराज्य कतई हासिल नहीं कर सकेंगे। आपको यह नहीं समझना चाहिए कि चूंकि आपने एक करोड़ रुपया इकट्ठा कर लिया इसलिए आप आसानीसे स्वराज्य प्राप्त कर लेंगे। स्वराज्य प्राप्त करनेके लिए आपको और भी बहुतसे काम करने पड़ेंगे। आप जो पैसा इकट्ठा करेंगे, वह स्कूल और कालेज खोलने तथा अन्य बहुतसे कार्यों में लगाया जायेगा। लेकिन अभी और भी बहुत काम करने हैं। इसलिए मैं अध्यापकों ― स्त्री और पुरुष दोनों वर्गों ― से अनुरोध करूंगा कि आप अपने शरीरको यत्नपूर्वक पवित्र तथा शुद्ध रखें। उसकी उतनी ही सार-संभाल करें जितनी कि आप अपने मनकी करते हैं। आपको अपने शरीरको भी उसी तरह पवित्र रखना चाहिए जिस तरह आप अपनी आत्माको रखते हैं। आपको ऐसा करना ही होगा। आपको विदेशी कपड़ेका प्रयोग करना छोड़ना है और विद्यार्थियोंको सिखाना है कि वे अपने तनपर विदेशी कपड़ेका एक टुकड़ा भी न रखें और सिर्फ खद्दर ही पहनें। जबतक भारतीय वैसा नहीं करेंगे तबतक देशकी गरीबी कभी दूर नहीं होगी। भारतीयोंके लिए ऐसा करना जरूरी है, सो इसलिए कि इस तरह उनकी स्त्रियोंके शीलकी रक्षा हो सकेगी क्योंकि तब उन्हें पत्थर तोड़ने के लिए अपने घरोंसे बाहर सड़कों पर नहीं जाना पड़ेगा। आपको हर घरमें चरखेका चलन कराना चाहिए और गरीब तथा अमीर स्त्रियाँ सभी कातनेका काम अपनायें। अमीर स्त्रियाँ कहानियाँ आदि पढ़ने में अपना समय गँवाकर देशका क्या भला करेंगी? आज भारतमें जिस वस्तुकी जरूरत है वह है स्वदेशी कपड़ेका सर्वव्यापी प्रयोग और यह आप सिर्फ चरखके द्वारा ही कर सकते हैं।

अगर सब अपने-अपने कर्त्तव्यका पालन करें तो मुझे पूरा विश्वास है कि हम इस वर्ष सरलतासे स्वराज्य प्राप्त कर सकते हैं। अपने उद्देश्यकी प्राप्तिके लिए हमारे देशको स्वदेशी, असहयोग और मद्यत्यागकी समान रूपसे आवश्यकता है। आपको अपने समाजको शराबके व्यसनसे मुक्त कराना है और उसके लिए आपको शराबकी दुकानों-पर यह संकल्प लेकर जाना चाहिए कि आप अपने देशभाइयोंको शराब न पीनेके लिए समझाते हुए प्राण तक दे देंगे। जब आप इन स्थानोंपर जायें तब आप मृत्युके लिए भी तैयार रहें। शराबकी दुकानोंपर पहरा देती हुई पुलिस अथवा दुकानदारोंके हाथों आपमें से कुछ व्यक्ति मारे भी जायें तो स्वराज्य और पास आ जायेगा। आपको शराबके व्यापारियोंके हितों की रक्षा करनेवाले व्यक्तियोंके हाथों मरनेके लिए तैयार रहना चाहिए। आज ही मैंने आर्थर रोडवर हुई वारदात के बारेमें पढ़ा है और मुझे दुःख है कि वार सहनेके लिए में वहाँ नहीं हुआ।

शिक्षकोंसे में एक बात और कहना चाहूँगा। आपको हिन्दू और मुसलमान दोनों जातियोंके बच्चोंको परस्पर एक-दूसरेके प्रति पूर्ण मंत्री भाव रखना सिखाना चाहिए। हमें उन सबको दोनों जातियोंके बीच पूरी एकता बनाये रखनेकी सीख देनी है। जब-