पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 20.pdf/४८४

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४५२ सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय लिए अपने विश्वासको छिपा लूं और उससे लाखोंका लाभ उठा लूं तो उसमें क्या हानि है ? परन्तु मुझे सारी दुनियाका साम्राज्य मिले तो भी मैं ऐसा नहीं कर सकता। बिलकुल इन्हीं कारणोंसे हम भारतके गरीब लोगों के लिए विदेशी कपड़ा काममें नहीं ले सकते। और आखिर इस प्रकार छोड़े हुए कपड़ेको स्मरना और अन्य किसी विदेशी स्थानमें भेज देना त्यागके कार्यको सुविधाजनक बनाना ही है। परन्तु विदेशी कपड़ेको दूसरे देशोंमें भेजनेमें उतनी प्रबल नैतिक आपत्ति नहीं है जितनी प्रबल नैतिक आपत्ति उस कपड़ेको अपने देशमें ही काममें लेनेमें है। विदेशी सूत इंडियन सोशल रिफॉर्मर' ने विदेशी सूतको स्वदेशीकी परिभाषामें से निकाल देनेपर आपत्ति की है। कुछ विनाश किये बिना और कहीं किसीको चोट पहुँचाये बिना, उठाये हुए कदमको वापस लेना, सुधार करना और शुद्धि करना असम्भव है। बुनकरोंका खयाल ऐसा नहीं है कि यदि वे विदेशी सूतका कपड़ा नहीं बुनेंगे तो उन्हें बेकार बैठना पड़ेगा। यदि हम सिर्फ फिलहाल कम बारीक कपड़ेसे सन्तोष करने की बात मान जायें तो वे बिना कठिनाईके देशी कारखानोंमें कते सूतका कपड़ा बुन सकते हैं और उसमें अपनी कलात्मक प्रतिभाका पूरा उपयोग कर सकते हैं। जब भारतीय बाजारमें विदेशी कपड़ा और विदेशी सूत नहीं मिलेंगे, तब भारतमें पुराने जमाने जैसे सुन्दर कपड़े फिर बनाये जा सकते हैं। भारतमें यह योग्यता है इसमें मुझे कोई बाधा दिखाई नहीं देती। सच्ची कला तो समाप्त हो गई है, और धनी लोगोंके घरोंमें कलात्मक वस्तुओंके नामपर दिखावटी वस्तुएँ आ घुसी है, क्योंकि अब सच्ची कलाके आश्रयदाता नहीं रहे हैं। मैं उस समयकी प्रतीक्षा कर रहा हूँ जब सामान्य अवस्था आते ही धनी लोग अपने व्यवसाय-स्थानोंसे लगे हुए विशेष कातनेवालों और बुननेवालों के मकान बनवायेंगे और उन लोगोंका काम होगा अपने आश्रयदाताओंके लाभार्थ कलापूर्ण वस्त्र तैयार करना। धरना देनेवाली स्त्रियाँ एक पारसी बहन लिखती हैं, बम्बईमें धरना आरम्भ किया जायेगा तब मैं जो भी दल तैयार किया जाये उसमें सम्मिलित होनेके लिए बिलकुल तैयार हूँ और मुझे आशा है कि अन्य अनेक बहनें इसके लिए आगे आयेंगी। उनका यह मत है कि यदि स्त्रियाँ बड़ी संख्या में आगे आयें तो उनकी उपस्थितिसे हिंसापर प्रभावकारी रोक लग जायेगी। मैं उनकी बातका पूरी तरहसे समर्थन करता हूँ और आशा करता हूँ कि अन्य बहुत-सी बहनें बम्बईकी समितिको अपने नाम उम्मीदवारोंके रूपमें भेजेंगी। करोंको अपवित्र करना आगराके एक मित्रने मेरा ध्यान अजमेरके भारतीय प्रैस्बिटेरियन कब्रिस्तानमें ईसाइयोंकी कब्रोंके अपवित्र किये जाने के सम्बन्धमें समाचारपत्रोंको भेजे गये श्री डेविडके पत्रकी ओर आकृष्ट किया है। मुझे इस बातका अफसोस है कि वह पत्र मेरे देखनेमें नहीं आया है। श्री डेविडने यह ठीक ही कहा है कि कट्टरपन और धर्मान्धतासे भारतीय Gandhi Heritage Porta