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वक्तव्य : अ॰ भा॰ कां॰ कमेटीकी बैठकके बारेमें

बुराइयोंकी जड़ है, और यदि यह जड़ नष्ट की जा सके तो कोई अन्य प्रयत्न किये बिना ही अधिकतर बुराइयोंको दूर किया जा सकता है। जो राष्ट्र भूखों मर रहा है, उसमें आशाका लेश नहीं बचता, उसमें अपनी ओरसे कुछ करनेका उत्साह नहीं रहता। वह गन्दगी और बीमारीके प्रति उदासीन हो जाता है। वह तो सभी सुधारोंके सम्बन्धमें एक ही बात कहता है, 'इससे क्या लाभ?' केवल चरखा ही ऐसा जीवनदायी चक्र है, जो करोड़ों लोगोंकी निराशाके कुहासेको आशाकी चटकती धूपमें बदल सकता है।

[अंग्रेजीसे]
यंग इंडिया, २७–८–१९२५
 

७०. वक्तव्य : अ॰ भा॰ कां॰ कमेटीको बैठकके बारेमें

[२७ अगस्त, १९२५]

कुछ मित्र मुझसे यह कह रहे हैं कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटीको बैठकके लिए २२ सितम्बरकी जो तारीख तय हुई है, वह आगामी पूजाकी छुट्टियोंको देखते हए बंगाली सदस्योंके लिए असुविधाजनक है। यह तारीख पण्डित मोतीलाल नेहरूसे सलाह करने के बाद तय की गई है, और उन्होंने भी विधानसभाके सदस्योंकी राय जानकर ही यह तारीख चुनी है। पहले जो तिथि तय की गई थी उसके स्थानपर उससे पूर्व की यह तिथि इन्हीं सदस्योंकी सुविधाको ध्यानमें रखकर निश्चित की गई है, ताकि उन्हें दो बार यात्रा न करनी पड़े। यदि अक्तूबर १ तारीख ही निश्चित रहती तो फिर पटनामें बैठक करना सम्भव न होता। सब-कुछ करनेपर भी कोई-नकोई असुविधा तो रह ही जाती है। पटनामें बैठक करनेके विरोध सिन्धसे एक तार आया है। सिन्धी भाइयोंकी कठिनाई में अच्छी तरह समझता हूँ। लेकिन काफी सलाह-मशविरा करके तया अधिकांश सदस्योंकी सविधाको ध्यानमें रखकर ही पटनामें बैठक करनेका निर्णय किया गया है। पूजाकी छुट्टी तो २४ से शुरू होती है। मैंने अपने बंगाली मित्रोंसे वादा किया है कि चाहे रातमें देरतक भी बैठक करनी पड़े, किन्तु अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटीकी सारी कार्यवाही में २२ को समाप्त कर दूँगा, ताकि वे २२ की रातको कलकत्ताके लिए रवाना हो सकें। हाँ, कुछ ऐसे विषय भी हो सकते है, जिनकी चर्चा ऐसी बैठकोंमें दस्तूरन हुआ करती है। अगर विषय समितिके विचारार्थ इस तरहके कुछ विषय बच रहे और बंगाली भाइयोंका उनके बारेमें विशेष आग्रह नहीं जान पड़ा तो उनकी स्वीकृतिसे बैठकको २२ के बाद भी जारी रखा जा सकता है। लेकिन जिस विशेष प्रयोजनसे कमेटीकी बैठक बुलाई गई है, उसकी कार्यवाही २२ तक समाप्त हो जायेगी। २० तारीखतक मैं पटना पहुँच जानेकी आशा करता हूँ। २१ तारीखको मेरा मौन-दिवस है। इसलिए जो भाई २० तारीखतक आ जायेंगे वे संविधानमें प्रस्तावित संशोधनसे सम्बद्ध जिस