पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 28.pdf/२२२

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।
१४९
सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय

उस कार्यक्रमके बगैर रह ही नहीं सकते। इन लोगोंमें जो सबसे आगे है उन्हें यदि उग्र प्रकारका सक्रिय राजनैतिक प्रचार-कार्य करने दिया जाये तो वे खुशीसे कौंसिलप्रवेशका विचार छोड़ देंगे। उनको अकेले रचनात्मक कार्यक्रमसे सन्तोष नहीं हो सकता। उनकी समझके अनुसार उसकी गति बहत धीमी है। मैं मानता है कि उनकी यह भावना सच्ची है। और चूंकि मैं देश-हितके लिए सभी शक्तियोंका उपयोग करना चाहता हूँ और चूंकि मैं समझता हूँ कि विधान सभामें जाकर भी रचनात्मक कार्यक्रमको आगे बढ़ाया जा सकता है, और जो-जो बातें देशके हितके विरुद्ध हों उनका शालीनतापूर्वक विरोध किया जा सकता है, मैंने अपनी सहायता उस पार्टीको देना स्वीकार किया है, जो मेरी शर्तोंको सबसे अधिक पूरा करती है।

खादी-कार्यकर्त्ताओंकी गणना

नीचे लिखा ब्यौरा और मिला है :[१]

प्रान्त या
केन्द्र का नाम
कार्यकर्त्ताओंकी
संख्या
वैतनिक या
अवैतनिक
ग्रेजुएट कुल
वेतन
फी कार्यकर्त्ता
औसत वर्ष
सिन्ध ६ पूरा समय
काम करनेवाले
३ कुछ समय
काम करनेवाले
५ वै; १ अवै॰
२ वै; १ अवै॰
––
२३० रू॰
११५ रू॰
३८
३८
पंजाब खादी
मण्डल
१२ कोई तफसील प्राप्त
नहीं हुई।
दिल्ली ७ पूरा समय
काम करनेवाले
९ कुछ समय
काम करनेवाले
६ वै; १ अवै॰
सभी अवै॰
––
––
१६५ रू॰
x
२३.५
x
[अंग्रेजीसे]
यंग इंडिया, १०–९–१९२५
 
  1. इससे पूर्व के आंकड़े के लिए देखिए "खादी कार्यकर्त्ताओंका लेखा", २७–८–१९२५।