पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 28.pdf/३०२

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१५२. स्वैछिक कतैयोंसे

मन्त्रियोंने मुझे कहा है कि मैं स्वैच्छिक कतैयोंका ध्यान निम्नलिखितकी ओर खींचूं। चरखा संघका सदस्य बननेका इच्छुक हरेक व्यक्ति सदस्यता लिए निम्नलिखित रूपमें निवेदनपत्र भेजेगा :

मन्त्री,
अ॰ भा॰ च॰ संघ,
साबरमती।
महोदय,

मैंने अ॰ भा॰ च॰ संघके नियम पढ़ लिए हैं। मैं. . .वर्गका सदस्य/ उप-सदस्य बनना चाहता हूँ और तदर्थ मैं इसके साथ. . .के लिए अपना चन्दा भेज रहा हूँ।

कृपया मेरा नाम सदस्यके रूपमें दर्ज कर लें।

आपका,

  1. सूत सीधा साबरमती भेजा जाये।
  2. सूतके साथ निम्नलिखित जानकारीसे युक्त एक चिट्ठी जोड़ी जानी चाहिए :
१. सदस्यका नाम और पता :

पतेमें सदस्यको अपने कांग्रेसी प्रान्त और ताल्लुकेका उल्लेख करना चाहिए।

२. महीना, जिसका चन्दा भेजा जा रहा है।
३. (क) सूतकी कुल लम्बाई। (ख) वजन (ग) अंक। (घ) लच्छीका परिमाप। (ङ) सूतमें जिस रुईका उपयोग किया गया हो, उसकी किस्म।

जिन दो सौ व्यक्तियोंने संघकी उद्घाटन सभामें अपने नाम दिये थे, वे कृपया इसे नोट कर लें।

[अंग्रेजीसे]
'यंग इंडिया, १–१०–१९२५