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परिशिष्ट

ईमानदारीसे आपके आदेशोंको जहाँतक पालन कर सकते हैं, कर रहे हैं। लेकिन मेरी आपसे विनती है कि कृपया पहले आप स्वराज्यकी बात सोचें और बादमें फिर किसी और चीजकी। केवल स्वराज्यसे ही राष्ट्र की सभी समस्याएँ सुलझेंगी। आपने पहले ही घोषणा कर दी है कि यदि लोग यह साल पूरा होनेसे पहले खद्दर कार्यक्रम पूरा नहीं कर पाते तो आप देशके सामने ऐसा कार्यक्रम रखेंगे जिसको अपनानेसे या तो स्वराज्य मिलेगा या सभी देशभक्तोंको मौत। मैं समझता हूँ कि आपको अपनी यह बात याद होगी। कृपया वह कार्यक्रम जल्दी प्रस्तुत कीजिए, नहीं तो सब कामोंमें ढिलाई आ जायेगी। वह समय अब लगभग आ ही गया है कि आप अपना वह कार्यक्रम प्रकाशित कर दें और स्वराज्य हासिल करने या मर-मिटने के लिए राष्ट्रका आहवान करें।

[अंग्रेजीसे]
यंग इंडिया, २७–८–१९२५
 

परिशिष्ट २
अ॰ भा॰ कां॰ कमेटीके प्रस्ताव
मताधिकार

क. इस बातपर ध्यान रखते हुए कि कांग्रेसके काफी बड़े हिस्सेकी मांग है कि मताधिकारमें संशोधन किया जाये और आम राय है कि वर्त्तमान स्थितिको देखते हुए मताधिकार विस्तृत किया जाये। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी निश्चय करती है कि कांग्रेस संविधानकी धारा ७ रद कर दी जाये और उसके स्थानपर निम्नलिखित धारा रखी जाये :

अनुच्छेद ७ (१) ऐसा हरएक व्यक्ति जो अनुच्छेद ४ के अधीन अयोग्य नहीं है और हर साल ४ आना चन्दा पेशगी अदा करता है या अपने हाथका कता एक-सा २,००० गज सूत देता है, प्रान्तीय कांग्रेस कमेटीके नियन्त्रणमें चलने वाली किसी भी प्राथमिक संस्थाका सदस्य बननेका हकदार होगा, लेकिन कोई भी व्यक्ति एक ही समयमें एक साथ एक जैसी दो कांग्रेसी संस्थाओंका सदस्य नहीं होगा।

(२) उप-धारा (१) में उल्लिखित सूतका चन्दा कातनेवालेको सीधे सचिव अखिल भारतीय चरखा संघके पास या इस सम्बन्धमें सचिव द्वारा नामजद किये गये किसी व्यक्तिके पास भेजना होगा और अखिल भारतीय चरखा संघके सचिवकी इस आशयका प्रमाणपत्र मिलनेपर कि उसे प्रमाणपत्र पानेवालेका सालाना चन्देका २,००० गज एक-सा कता हुआ सूत मिल गया है, वह प्रमाणपत्र पानेवाला उप-धारा (१) में उल्लिखित सदस्यताका हकदार होगा, बशर्तें कि अखिल भारतीय चरखा संघके ब्यौरे बिलकुल सही हैं, इसकी जाँच करनेके लिए अ॰ भा॰ कां०॰ कमेटी या प्रा॰ कां॰ कमेटी या उसके अधीन किसी उप-समितिको अखिल भारतीय चरखा संघ या उसकी अधीनस्थ किसी संस्थाका हिसाब-किताब, माल व पुजियाँ जाँच सकनेका हक