श्री वार्डने हाली साहबके काव्योंका अनुवाद अंग्रेजीमें करके उनका नाम प्रसिद्ध किया है। कहा जाता है कि हाली साहबकी बराबरीका दूसरा कोई कवि नहीं है। उनका पूरा नाम मौलवी सैयद अलताफ हुसैन अनसारी है। उनका जन्म दिल्लीके पास पानीपतमें हुआ था। उनकी अधिकतर कविताएँ उर्दू में हैं, यद्यपि फारसीमें भी उन्होंने बहुत लिखा है। १८८७ की जयन्तीके' मौकेपर उन्होंने ऐसी उत्कृष्ट कविता लिखी कि वह सारे उत्तर भारतमें गूंज उठी। उन्होंने जो कुछ लिखा है वह मौज-शौकके सम्बन्धमें नहीं लिखा बल्कि इस जमानेमें मुसलमानोंका क्या फर्ज है, हिन्दू और मुसलमान दोनों आपसमें कैसा बरताव रखें और खुदाको किस तरह पहचाना जाये इत्यादि उपयोगी विषयोंपर लिखा है। लाहौरके सेठ अब्दुल कादिर लिखते हैं कि वे जब मदरसेमें थे तब उनका काव्य पढ़ते थे और जब बड़े हुए तब भी पढ़ते थे। वे उसे अपनी सभाओंमें भी गाते थे और अब अपनी अंजुमनोंमें भी सुनते हैं। फिर भी वे उसे पढ़ते और सुनते थकते नहीं है। हाली साहबने शेख सादीका' जीवन-वृत्तान्त बहुत सुन्दर भाषामें लिखा है। प्रोफेसर मॉरिसन उनकी रचनाओंके सम्बन्धमें लिखते है कि अमीर मुसलमानोंने कौमके लिए जितना किया है उससे ज्यादा इस एक गरीब कविने किया है। सरकारने उनकी कौमके प्रति की गई सेवाओंकी कद्र करनेके लिए उनको शम्स-उल-उलेमाका खिताब दिया है। हमें दुःख है कि उनके उर्दू काव्य हमारे हाथमें नहीं हैं। लेकिन हम अपने पाठकोंसे सिफारिश करते हैं कि वे उनके काव्य मँगवा कर पढ़ें।
११४. पत्र: छगनलाल गांधीको
जोहानिसबर्ग
अक्तूबर ७, १९०५
तुम्हारा पत्र मिला । कार्यालय बदल दिया, यह ठीक किया। प्लेगके बाबत स्वच्छता रखनेकी सीख देते रहना। हेमचन्दने कहाँ रहना तय किया है, सो लिखना। उसके सम्बन्धमें हमारे बीच गलतफहमी हो गई है। लेकिन मैंने तुम्हें संक्षेपमें बताया था, इसलिए मैं अपना दोष मानता हूँ। वेस्टको पत्र लिखा है। अधिक उसमें देख लेना। हेमचन्द काममें पूरा सन्तोष देता है या नहीं, लिखना। रामनाथ कहाँ है ? उसे चि० जयशंकरके सुपुर्द किया या नहीं? जयशंकरके पास आदमियोंकी बड़ी तंगी है। साथके पतेपर 'ओपिनियन' भेजो। उसके पैसे मैं यहीं वसूल करूँगा। मेरे खाते नामे लिख लेना।
मयुरी लेनमें कार्यालय ले जानेसे क्या हिन्दी ग्राहकोंकी संख्यामें फर्क नहीं पड़ेगा? अब्दुल- कादिर सेठने कुछ कहा ? फील्ड स्ट्रीट या ने स्ट्रीटमें कार्यालयके लिए जगह क्यों नहीं ढूंढ़ी?
गुजराती सामग्री आज भेज रहा हूँ। ज्यादा कल भेजूंगा।
मोहनदासके आशीर्वाद
गांधीजीके स्वाक्षरों में गुजरातीकी फोटो-नकल (एस० एन० ४२५८) से । १. महारानी विक्टोरियाके शासनकी स्वर्ण जयन्ती।
२.१३ वीं शताब्दीका एक फारसी महाकवि ।