पृष्ठ:सरदार पूर्णसिंह अध्यापक के निबन्ध.djvu/७०

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कन्या-दान All arts are nothing but Samadhi applied to love. We are all born geniuses only if we will. The painter the sculptor, the poet and the prophet have only been selected to love objects unseen by the ordinary human eye. 9 कवि सदा बादलों से घिरा हुआ और तिमिराच्छन्न देश में रहता है। वहीं से चले हुए बादलों के टुकड़े माता, पिता, भ्राता, भगिनी, सुत, दारा इत्यादि के चक्षुप्रो पर आकर छा जाते हैं । मैंने अपनी आँखों इनको छम छम बरसते देखा है । जिस आध्यात्मिक देश में कवि, चित्रकार, योगी, पीर, पैगंबर, औलिया विचरते हैं और किसी और को घुसने नहीं देते, वह सारे का सारा देश इन आम लोगों के प्रेमाश्रुओ से धुल घुल कर बह रहा है । प्रायो, मित्रों ! स्वर्ग का श्राम नीलाम हो रहा है। Paradise is at auction and any body can buy it. 2 सर वाल्टर स्काट ( Sir Walter Scott ) अपनी "लेडी श्राव दि लेक" ( Lady of the Lake ) नामक कविता में बड़ी खूबी से उन अश्रुओं की प्रशंसा करते हैं जो अश्रु पिता अपनी पुत्री को प्रालिं- गन करके उसके केशों पर मोती की लड़ी की तरह बखेरता है। इन -कला स्वयं कुछ नहीं है, प्रेम में मन को समाहित करना ही कला है । हम सब प्रतिभा लेकर जन्म लेते हैं, हाँ, यदि हम उसका उपयोग करें। सामान्य आँखों से न दिखानेवाली वस्तु को प्यार कर सकने के कारण ही चित्रकार, मूर्तिकार, कवि और मसीहा विशिष्ट स्थान रखते हैं। -स्वर्ग नीलाम हो रहा है, कोई भी व्यक्ति इसे खरीद सकता है। u २ ७०