पृष्ठ:सरस्वती १६.djvu/१००

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स्या ] पर और मिरिश माति की क्षमता। पार रात में ग्राम पीनने पर दिन इन नागों के भरती होता। मी महार मई मई रेजिमय के लिए नन्ददयस। पेमपे पपयों को भी शिपित करने की पावरपकता पास लोग मानदार, मप्ये पार सधिमारे पाती। साधारण ममपो में तो पाता है कि पप्पे हें पल-कपट नहीं पाता । पर पत्र मा शिक्षा ___सामान हे मुशिदिन पुपक परोंग किसी फासी गण में मा-सहानन की रिपा प्राप्त करते हैं। यह सेना. र माति से शायद इनका स्यमाप प्दल माय । मामन गप तरह की गिरा दी माती है। पर, पर प्यामसुन्दर पर्मा पास समप गिरी प्रसार गम्भय मही निम समपात (नामा-मता, मनीताल) दीपप प्रसार में पहलीगेना मैपार पामी पढ़ती है। पुर गुरू दोने के पहले, मुनने ६, पाट पिमर में युद्ध योर त्रिटिश जाति की क्षमता। एक पार पाया कि पे पल ( मरीने के भीतर दीर मनुष्परोमापार में मपा मरती दोगा, रण-पिपा में [.क. श्रीयुत सेंट निघालसिंद. समन] मितुप पना दो। मा विमान पराया पानी, रमा सण पपपि मेरे पाप न, तपापि रमकी संपार में माती सेने से भादमी परे राम जिम में पा मदीन में पुर-पिया सौर मिपास मरीबन जाते। रमिती सीमकारण होने यदि ऐसा होता का परफापन रेसिप पुराण में रक्षा मा म निरासा । मो से प्राप्त करने की मामपा। मैं मेमेगा मनुष्यों को सानो सेना में भरती मी लोग पानी में बम पपौरने होने के पः महीने पारी एकमये हमें पपन गये। पे गा दूगने में कामदारी करने पे रे माई म सोगों में जिम ममप प्रपमा मिस पयसाप पोड़ा मैराने में पाप बना पिए मिले पर के माम समपनर-पुटेपिबाम ही पिसपिरे र-पटने को मजपूत और पुष्ट परम की भावस्पाना है। ये । इमो पारे पास भार उतरे हुए थे। कई मनुष्यों को पबरने में मपे मरती बामे ममयी परमामाज में भरती होने परतो ममेरा भायमा । भार मिरानेवाली मिसमाना भी गत मामा माप मन अपने मन में सोचा कि ऐमे मनुष्यों से मामय में गे मग तोपगों में भरती दो ग्ने गोममाशी के पोमो इप भी पाम नही पहुँच सम्सा । पर, पदी सामार काम का पूरा पूरा ज्ञान मा भी भारपा मदीमा पार जो मर इमोगी सनि ना तो मेरे ३। सगरे में मरती दोभा को घोड़ों पर पाना मार्ग का रिकामा न रहा। मुझे ये सब बहुत ही भगवत भार उनकी रपारमा मादि सामना भी पावरपर। पार गठी रेप परें। अपनी मामी बरदी पापे पार इस एण में सरकारी विभागो पदमासी पपना सिर पर को मापे एपे पर इसकी पापापक कि पर इन नपे रंगों को क्यापद, परेर पाती वाली पी। इनकी पहले की धीमी चा मार घेरे पादि सिता पर सब प्रकार पुसजित रसने का प्रपम्प सादासी पुष्पम र दो गई पी। इनकी प्रत्येक बाख करे। इसे चाहिम, किपर रफ्तार कि पानी कामो से इनकी मासूसी श्रम तयारी सूचित होती थी। में रंगर इनने राम हो आप किये पम्य शिपित पीर में पदो पर इस बिपप का एक प्रत्यपना हुमा रखमिपुर सैनिों के साथ ही साश मरकाम अफी ग्यारण रेवा है। एक ममुप्प पापस्कोप के तमामरो के सरा समम ममकर स। समप विपकपमा पा। पर एक प्रसि भरमा मारमा र भादमी को पूरा मिपादी बनाने का आम सी था। उसका मामूपी नाम इस था। किम्नु पापस्कोप के समप से मारम्म दो बाता जिम समप से परम में तमाशबीन ग्मे पिंपस करने में। पोंकि यह पिपबदी