पृष्ठ:सरस्वती १६.djvu/३२७

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सरस्वती। . . [ माग । जबनमा चाहिए । सोचमा चहिए कि वे क्यों इसने रे ग निराशा ही पा। मामेवर प्रतिनिधि पर पर प्रतिकिये और दम क्यों इतना भीधे गिर गये। मार्ट हरि मोरय, गावगर पार पपने दम की सकृषित इति मे पाप र मिए। सा युक्त-मात पीर पारिस पायो अन्प प्रदा को हो पास घटकने हादीमिए। इम्परेचर- साप पधारे थे। कारमीर-सम्मापा कम मा, सीम अपि-मुमि पम्प-विधाम के भनुपायी ।म मामाबाद रंगवर nा , विएमग ही समप की पाव कीगिए अप पूरोप में विचार-सामान का सुरात इत्यादि के अधीधर पासरामपुर. इसकते नाम कर पाया गतिषियोम में पाया इत्यादि महाराणों में भी पधार र मग त्र पा पार नपीन ज्ञान का सम्पादन करने जीते जमापे माई पी। सर गुफलाम वैवी, समर समितल, जा रहे थे। पर ही दिनो मारे श्पि की घेर सत्य सर प्रमारापुर पहली, बाबू सुरोपमापी , 'thi रेअनुपास का परंतरेर । धर्म और ज्ञान पार गोविमा प्राण, मरहम मिrt एक ही पीन समम पे । ज्ञानी को हीरे भी पानी प्रभावी महामुभाष तपा किसने मारा देते पेसी कपड़ा मामते थे। पतएप में मीशाम- महामोगप्पाप, धर्म-पुरीय मापाप मुमार, सम्पादन करके अपनी पाई दुई प्रति प्राप्त मोमिए पियान देश सेवस र पार करने हरत अविराम पाम करना चाहिए। गण भी इस मोसप में सम्मिमित रमेश बम मागम के कपना पही सारांश । मारत का भूपयों से मुमकिन ये मा मोग पुकायाम पर शिपित समात्र अप भाप पेप और मत सममने र पागप मे एक दुपय प्रार जगासे मब अपनी पपा स्विति का ज्ञान होगा कि मिति भारत में किसी ग्यान पर पाशगरी' है। शानपिपासा के मम पिचारी प्रेम दिमाई रे मी दिलाई दिया। गोमाया है कि दिनविविवार सामिप्सु माँ महोत्सव-मयडप । की नप्ति करने में पिरोप सहायता देगा। से नि. mat t पासपmलरा. बगर बनान -fmi जिप म सिप सिक महोत्सव । ऐसे परिचमी र म सार मुरप इसिनिपा नित पे गोरेपारोमmta SOMमपिपिपासपी प्रॉप मोमर, मनमोहन की दाभापार माया Tar ___ परी प्रे, मिरेपरमा मेरो शक्ति ब रपा पनिtation साप, भली में, विशेष मयममाप मा मारे, भीमान् काशी-मरेवर रामपा यमुपा में पारी im. मैं मामय है। मंगर ताम्म मागार मापुरी, बाण, में समय समय परे पER In an elem ' पर मरमा हाते पितो, शिमग्रार पारी मारमा गोरेशमापानी जापा करने ग या । श्रीमान् रामरापमान कार्य हो। मारे गाम भार वार, म, मेसी और मगना पान पार गरे रिएर मागिना रागमा म पुरे ue म रममित or पनि ममाम पुमै पारिपिपाशामा बागुम्मर जाना माया मम ममुरमा aafaपा। पर मार भीरलिपी मागरे , हिन्दू-विश्वविद्यालय का शिलारोपण-