पृष्ठ:सरस्वती १६.djvu/४५२

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संध्या पुस्तक परिचय। २८ बड़ा माम हुमा । दूर र ताप्मापारी पर स्पबसायी प र murdu पारमो मारर की रष्टि से सने पगे। पत्रिक पार पाहमदाबाद की मिनीबस पसंसिपमासगीति नामक बिता का मी एक ममना- एक पर दोस्त एमके समापति रहे पो की म्युनिसिपैनिटरी मे पापो , परम: मनाया अपमा पावस घेरमन गुना | पापकी ख्याति पीरे धीरे इतमी सापनि प्रतिनियर पड़ी कि सरकार ने भी भापको, सन् १.. मे, सी. पाई। ग्रीसक्या मिति निक की पाभि में प्रसास किया। सन् ११00 में भार मपिता के मस्त में "नियम" माम: एक पप पहले परमे सवार बनाये गये। प्रापले "मर' की मामदार माशय में मिरा मे पढ़ा मारे आपकी पदवी मिली। अमीर एण हुई। बद पर यह:- प्रामयाबाद में चाप अपनी ममता और सौम्य farif पारप इतने बोजामिप पे किमापकी मधु-बात सुनकर शराबपिपिपि। नगर की सय मितें, एस, काग, म्युनिसिपस-पटर, !ि हा सामार और दुका बमोगई। स, प्रो मनमा सिपा-प्रचार तपा प्रम्प ग्पयोगी कामे रेमिए मापन भगवाम् को भापकी पा प्रार्थना फसवती हो। का पपा दान किया । पपसाप, प्यापार और समाज की पुस्पात में प्रश्नमाप के पुर-परित पपम मर्ग का तिलिए भारावं मितना भ्रम पार जितमा एपिपा गाना मास त गुमरा में शायद ही भार किमी में किया होगा। मीर दिया गया। वानुवार मी है। प्रधुपाद पच में है। साप सहत-मूत्र पुस्तक-परिचय । २-पारोम्य-प्रत ! भाषा मराठी सध्या " १-याठि । मापा 4गक्षा, पाकार मप्पस. प. मूग सिसा ही मिलने का पता-नैसर्गिवारोग्यमाता कापासप, रेगम, पोट नारही, लाइस पुनर में रण- सम्पा ११० पाई और कागज मुमरमूरप एस.काया । मलापण पाणी यापचयत की विधिमान गफ भीमुव विनाम ममदार, पी. एस., सम्पमपुर। यिामर सिकिम पिपिस, निा पोपपि. मी से प्राप्पा मम्मदार महासर पिधान गरेशी पार पर प्रपोगरे, प्रनेक रोगर होतारोप पारमी मीर बैंगला म.दोनो भापानी में भाप मंगे पार पुम्त में से इस परत को निरोगी मारते। . हमने तबाम घटापारावास की बात है। भाप की परमाती की शायर भाप अस्पषिक प्रप्मपर १-सीयम् पात्रा । भातार मैमोगा, पासप्या का परिणाम भापी हमारके इस रंगामि माम . मुम्प प्रज्ञान, सेपर-पगित परिसंग भी पुनरी पर प्रति में मेशीसमें प्रापकी पुरा रिहरी, गावापाड़ी पप्पी पु दमें मनुष्य विशाभी का समरपिता गामस गरए की मीमी प्रत्याभोत्तम काप्प का द ter- मारके गुणोप बहाने पिमरी महीपर पर पर्म की सभी मुख्य मुम्प बातोमि देशमान, नमन परने में में सभी सदोष मते मि में प्रापी गोमपा मदार प्रारिरामी inार भी अनेक मेगापिता ये पपेट मापपू धर सरस श• सपरा पूर्व सिपी पमाप पर स्थान मुनिए नमूना समिप- पर मरहम- प्रोमोश भी रिमी में कोपormere हिमपे गमाव-पने तातो . wmbine. vali RFIgeनगम में रिप-रामी।