पृष्ठ:सरस्वती १६.djvu/५३३

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

३३३ . सरस्थती। ., [गाग करने वाला कोई माममय तथा शचिमाली फर्म प्रोक राधयेत्ता का फायनशि-"यपि परमानी म्प्रयश्य है। मनुप्यों की दृष्टि से अगोचर है तो भी अपने पति सिसरो नाम के एक प्रमिय रोमन गिगाक का रूप कायों से घद प्रत्यक्ष है।" पचन है कि-"यदि परमाणों के संपाग से सिर पिकानयेशा न्यूटन कदवा है.-. मष्टि स्ययमेव पन सरती है तो मन्दिर, गृह एवं “य राधा सारा प्रादि का नियमन रोमारी नगर ग्रादि फ्यों नही पन आतं?" पगला रा है कि ये सप मानस्वरुप सशनिमो रसायन-विद्यां में दतलाती है कि सम्पूर्ण जीपमो साजि फोइन से ग्रम कर रहे हैं। प्रयाण्ड की रचना ऐसे सूक्ष्म परमार से हुई . भयानोप्रसाद ६ मि एम ोग पृथक पृाफ नहीं देग सफत । प्यान देने से मालूम देता है कि जिम्म स्थान में जितने परमाफी पायदयामाप पर फैचल युद्ध श्रार निोटश-जाति का क्षमता। उनने दी परमामा एकप है। इसी में करना पड़ता [लेराक-धीयुरा सेंट मेलालसिंह, लन्दम] - किन परमारों का सङ्गटन पारने घाला पर- मामा दी। ___ यदि कोई यद पद कियद यि माप ही पाप P पाने की कामाशा किस यन गई है तो एम यह भी कर सकते है कि रामा- ममा मिस्सि सेना की गना- यण की पुस्तक भी असंप्य अक्षरी फे संयोग से १. सापो गई है। पार म्पर्य पय-रूप में परियति पर प्रस्तसार मन S til भोग्न, पापामी सपा की यारी मादिपिम में भी निमाse यदि कोई पड़ी उसी प्रकार की धनी दो जैसी पाल प्राधिक है। इस पारय मिरिश गर्न मा पयामा पार दिसर्य यनी. पर उसका कर्मा पानी, वो जो परिमाना सारा दिमा पनि माय उस फी दिण्य में फेपल घामुर्पयिषयक माय शबवो सिर परामप।। रेंगे। उसके प्रस्तिन्य में सन्दछन दागा. क्योंकि आपकी मदाने पर पशि एम . (म प्रकार को रमना मानःशून्य प्रति हारा मदी सास AT HTRA में पुरासार बनाया। ऐसाती। उसी प्रकार धामको पर भी जन्म कंपल पापा मोई गामाता la माता-पिता की युनिमसा से नही दासता गया । इसी FIR म गोसी, मिर . पर ही ससाको सम्पाकार करने पास पुरार गंगपुए भी अपने एक भाप में, भाप मगरले पोहेन्दुत इस मंसार में सदारापानु मा. समभार इम्माभिराम में रिया, पुरmnirn. फनो चरितम्य को मानने पारपरनों की संख्या रिवा पा पाप कई उससे भी अधिक रही। रिगार में पता । रोम मिatant: मिसरे का व्य कि .-"मगार में पेमा raitसात .. मा प्रभकिला रारा पाने। मम पा पुग्प महा (याद पर जाती या महा- बारिसमा पर जीदी बों म) सामा. पर पिपास मारता "मी पिरप में पास्तू माम प्रतिपय .. यापार B.LALDIRetu -