पृष्ठ:सरस्वती १६.djvu/५५

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.. . सरस्पती। को पसन्द माई । अन्त को इन लोगों मे कई गये। इस दफ़े उन्होंने पार्योमेन्ट में प्रदेश पार तरह के रोई गुरू किये। पर घे सव दादामाई प्रयास किया। 'नदार दल पालो में आपकी से ... की चतुर नीति के सामने पल म सके। दादाभाई : संहायता की । परन्तु प्रभाम्पयश उस समय । की नियुकि स्वयं उस समय के गवर्नर लाई मार्यमुफ यार्ड की तरफ से तीन उम्मेदवार पेस में की थी। इससे यरी उमका कुछ भी न कर सके। पाप मम्पर म चुने जा सके। तीमी आप अापने रिपोटी भार पुस्तक हारा सब पाल. सोळ पोटें मिली, मा एक दिन्दुस्तानी के लिए कम पर वी पन्त में प्राप की जीत हुई। भाप के पिपलियो - की पात म थी । जप यह बात मालूम हुई कि मारे में हार .पाई। इस सेवा की रतमसा के बदले मेन्ट की मेम्परी के लिए एक मारमयासी भी उसे गायक-या महाराज ने दादामा को पेंशन देदी, यार था सभ सोगों को पड़ा मारचर्य हुमा । ममाया आप तक जारी है। __ में पड़े बड़े स्टेस निकले । लाई ताल्सारी, मोर बम्बई-कारपोरेशन के सभासद । समय संकीर्श दल के मेता थे. एफ भारतवासी । सदा से लौट कर पाप दो वर्ष तक य म प्रमापारण सफसता पर पदुस चरितार कारपोरेशम के मेम्पर रहे। यह जमाना लाई लिटन , - उन्होंने अपनी पक स्पीय में उन्हे मेर फा था । लागी फी जरा कम पलसो थी । ये पाते । 'प्रर्थात् काला प्रादमी महराला । इस असम्प 'दादामाई का पसम म पागंतपय-"साई चुप पर उदार दल के समाचार-पत्रों में प्रीत के पैठिए. देवि दिनन को फेर"-की नीति का फो । भारत में भी बड़ा कोलाहल मचा । मिस म्लास्टम इस समय प्रपान मन्त्री थे। उन्होंने मा पालम कर माप कुछ दिन के लिए पुप बैठे। लालिटन का जमाना गया। माई रिपन पड़े ग्याट - साप्सयरी मे फंदा कि यगाई में मिस्टर नारा तुमसे भी गौर है। इस पर साई साल्मवरी में माप दुग। इस मुपयसर को पाकर दादामाई में फिर कारपोरेशन में मशरिया पार सम्मन में पाम . माप । मरम्पती के पाठको का स्मरण होगा। करने म्टगे । कारपोरेशन में उस समय पर गोल इस ऐगक मे मेठ समीपम्प को,' फागगर्मि प्रसवाट की रिपोर्ट में, पाला' मादमी दिस • माल था। दिमारविना मी गापा पा। मतपय मापने सागं दिसाय सूक्ष्म हार से मांगा पार, कार- देखार अस्पताल के मुपरिमेन से समापन फरफेस पसम्प पर लिपाया था IR पोरेशन पहाण के नुएमाम संश्याया। म लोग मत ममम दुप। उस समय पम्पा के गधर्मर . १८८० के पन्त में मिस्टर मारानी मारमवर्ग - मारोप दाशमाई के काम मे पदुम प्रसन्न हुए माप पार फलफमांकास समापति नापे गई। पार गर्दै मुग्न म्पनी कैसिन पर मेम्पर माण। रि, मम् १८८७ सपो में, पानिफ मापिस पी मिट में उन्होंने कई मामनीय काम किये । उसी . दान में पासी कर ग्यम्दन ताट गये। . मार केस में पम्मा में काम की पठ 'चीथो विलायत-याया। '... उमसभापनि निस्टर सत्यु.मी. पनमा पनार्य गपे . धेस पग्रिम में पारामा में जाम किया। . पदम साटने पर. पमे फिर पारिट में .. प्रदेश गाने का प्रपा परिणाम यह तीसरी विलायत-गा। पापा , पान मन्गी में - . . सन् १८० सियों में पाराभाई फिर विमापन पारमेस निम्मरी पानी पोर. मे दी धम K