पृष्ठ:सरस्वती १६.djvu/६६२

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संख्या ६] . जन्म भूमि । ४०१ ऊपर कह पाये कि जेपछिम की भारी करने वन अधिक हो जाता है। इस प्रकार जव भारी घायु के लिए उससे गैस निकाल देते है। इससे हलकी के स्थान में इसकी गैस मर बाती है तब यह पायु. गैस के स्थाम में भारी हया मामाती है और अप. यान हलका होकर कपर वायु में उठता घसा जाता लिन नीचे प्राने लगता है। इस प्रकार कई पार गैस है। अपनी यात्रा प्रारम्म करने के समय इसमें निकाल देने से वह बहुत मारी हो सकता है। गैस बोम अधिक होता है, किन्तु ज्यो न्यो यह प्रागे म रह खाने से पह पायु में ठहर ही नहीं सकता। पदवास्यो त्यो हलका होवामाता है। क्योंकि इसके इस लिए कोट पलिन में एक तरफीष निकाल पंजिन अपमा साध पाते जाते है और उन्हें कम रक्सी है। करते जाते हैं । जरूरत पड़ने पर यह बम के गोले जेपलिन के भीतर पात से ले रहते हैं। गिराता है। इससे हराफा होकर यह पर भी ऊँमा हर पातु की दो रक्रिया भी रहती है। एक में वायु उठाताहै। भरी रहती है, दूसरी में गैस, सो पम्प की जाती है। इसे चलाने के लिए जो पंजिन रहने उममें इनके सम्पन्ध, मळेो छाप, थैलो से होते हैं। इस सी प्रकार प्रेट्रोल सलसा है जिस प्रकार मोटर प्रकार अब चाहे, कुछ धेगे को वायु से भर कर मारी गाड़ियों के पजिना में अलसागवानी के एंजिन पक. कर दें, पर सव चाहे पायु की जगह गैस भर कर ही लस के होते है। हां, ताकत में एक से नहीं इसका कर दें। होते। मेपलिम के पंजिन बहुत ताकतघर होते है। एक फे स्थान में अनेक गैस के थैले रमने से भगनाथ समा, पी० प-सी० । यह काम है कि यदि किसी दुर्घटना के कारण श्रेला (प्यायन) फते तो पकही दो में से गैस निकल कर खराब दो सब गैस खराब न हो। किसी किसी अपलिन की छम्याई ५० फीट से जन्म-भूमि । .. मी अधिक होती है। उसमें १,००,००० घन फुट गैस पा सकती है। पैसा जेपलिन प्रायः साठ मन 1- मम्म देता हमें है विधाता, वजनी होता है। उसमें सहर मम पोझ लादा मा सौ और में तिमोद पाता । सकता है। यह साठ मीठ फी घटे की गति से हमारे पिटा, पाच, माता, घळता है। इसे पसामे के लिए तीन पंजिन, ३५० रसी भूमि सेमें सम नाता। पारेकी ताकत याछे, लगाये जाते है। . -मकी मिली वायु जीव-दानी, पृथ्यी से ठपाने के समय जेपलिन में गैस के बोका मिदा पो में मप्र पानी, समी पैसे गैस से महीं भरे एहते । कुछ घैसे पायु मरी बीभ में है की मुपानी, से भरे रहते है। ये, मारी होने के कारण, पिले पी सम्म की भूमि भूमि-रानी ॥ माग में रख दिपे जाते है, जिससे अगला माग कुछ 1-पगी भूग पी रेड में मो इमारी, . कमी चित्त से हो सकेगी म म्यारी । ऊपर उठा है। इस प्रकार उठते समय जेपस्टिन बनाती रही बेहको मी मिरोगी, कुछ भारी रहता है। ज्योंही यह ऊपर की पोर किसे ध्य ऐसी माती म होगी। उठता है, स्पोंही येसी से वायु निकाल दी जाती है। -पिता माता में पावती इससे गैस के घेरे फूल आते और उसका पाय- - मारे समी बाट भी सजती है।