पृष्ठ:सितार-मालिका.pdf/१२५

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१०४ सितार मालिका १२ दिड दा दो बार बजाओ रा दा १ १३ रा ३ २ ५ ६ ह दा दिड दा दिड़ दा दा इसे मिलाकर गति की बारहवीं में आ मिले। आप देखेंगे कि मसीतखानी की गति में १२ वीं से १६ वीं तक यही मिजराबें हैं। इस प्रकार यह अन्तिम टुकड़ा भी दो बार बज जायेगा। इस आड़ी-तिरछी में बारहवीं से उठे और सम पर आ मिले । उदाहरण नं. ६ १२ १३ दिड दा इसके अर्थ हुए कि 'दिड़ दा' बोल को दो बार बजाया । पहिली बार १२ वीं और १३ वी मात्रा पर और दुबारा उन्हीं 'दिड़ दा' को १४ वीं और १५ वीं मात्रा पर बजाया। इसी तरह आगे भी समझिये । अब इस आड़ी तिरछी को दुबारा शुरू करते हैं। देखिये:- १६ २ ६ ७ t दिड़ दा दिड दा दा रा दा रा १४ १५ ४ ६ १० १ २ 3 ६ ७ 5 दा (CM दा दा रा ४ ५ ६ ११ | इस प्रकार फिर बारहवीं में आ मिले। उदाहरण नं. ७ अब एक-दो उदाहरण सम से चलने के भी देखिये:- 3 २ ३ ६ १ २ ३ 5 ६ १० ११ दादा रा दिड दा दिड दा रा दा दा रा दिड दा दिड दा १३ १४ १५ ५ ६ १२ १३ १४ १५ १६४ १६ इस प्रकार सम से चलकर सम पर आ मिले।