पृष्ठ:सितार-मालिका.pdf/१४४

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पन्द्रहवां अध्याय १२३ ३ ट,कतिट X धा कत्धा कतधा, कत्तिट तिटतिट कतिट,क तिट,कत धाकत इसी आधार पर तीन धा का भी तीया बनाया जा सकता है । जैसे:- x २ कत्तिट तिटतिट कतकत धा,कत धा,कत धा,कत् तिटतिट तिटकत O ३ कतिट तिटतिट कतकत धा,कत धा,कत X धा कत्तधा कतधा, कतधा इसी प्रकार चाहे जितने तीये आप स्वयं बना सकते हैं। कभी-कभी सोलह मात्रा में प्रकार के भी तीये बनाये जाते हैं कि कुछ बोल बिल्कुल शान्त रहें और कुछ, किसी एक क्रम से बजकर सम पर आजायें; इस प्रकार के तीये का एक नमूना देखिये। इसमें जहां कुछ नहीं बजाना है, अर्थात् चुप रहना है वहां गिनती लिख दी हैं। आप वहाँ पर अपने मनमें गिनतियां बोल सकते हैं । देखिये- x २ १-धातिरकिटतकतकिड़ धा, १ | २-धातिरकिटतकतकिड़ धा, धातिरकिटतकतकिड़ O ३ ! X धा, १२, धातिरकिटतकतकिड़ धा, धातिरकिटतकतकिड़ धा, धातिरकिटतकतकिड़ धा यहां पर जहां गिनती लिखी हैं वहां श्राप १-२ अपने मनमें बोलिये । चाहें तो वहां चिकारी भी बजा सकते हैं।