पृष्ठ:सितार-मालिका.pdf/१५२

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सोलहवां अध्याय १३१ किड़नग तिरकिट तकता तिरकिट चिट धागे नधा तिरकिट X धा, चिट धागे नधा तिरकिट धा, घिट धागे नधा तिरकिट T. ३ धिट : धा धाधा तिरकिट धिट ३ धा धातु ऽन्ना किड़नग तिरकिट तकता तिरकिट घिट (9.0 नया तिरकिट धा धिट धागे नधा तिरकिट X धा, धिट धागे नधा तिरकिट धा, धिट धाधा तिरकिट fase धा ३ धातु उन्ना किड़नग तिरकिट तकता तिरकिट धिट धागे नधा तिरकिट धा. धिट ३ धागे नधा तिरकिट धा धिट धागे नधा तिरकिट धा इस प्रकार किसी भी टुकड़े की चक्रदार बना सकते हैं। अब अजराड़े खानदान का जो एक टुकड़ा पीछे दे आये हैं, उसको एक नई चक्रदार बनाते हैं। इसे बनाने के लिये हम पहिली आठ मात्राओं को, जो धातिरकिटतक ता 8 ३ कतगदि गिन नकधे -ता धिनघिड़ा ऽनधा हैं, ज्यों की त्यों लेंगे। चूंकि हमें ३ m 5 पहिले बारह मात्रा का बोल बनाना है और यह आठ मात्रा का टुकड़ा अच्छी चाल का है, इसलिये इसी को बारह मात्रा का करने के लिये धागे नाति नक धिन और जोड़ देते हैं। अब इस बारह मात्रा के टुकड़े में ऐसा तीया लेना है जो चार मात्रा का हो और पांचवीं मात्रा में उसमें धा मिला। यदि चाहें तो चक्रदार नं०१ की भांति