पृष्ठ:सितार-मालिका.pdf/२३१

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सितार मालिका - में विशेष रूप से गाया जाता है । मध्य सप्तक में धैवत व ऋषभ पर जोर देकर गाने से मारवा और तार सप्तक में इन्हीं स्वरों पर विशेष जोर देने से सोहनी राग बनता इस राग में गान्धार एवं निषाद पर न्यास किया जाता है । कुछ गुणी इस राग के स्वरों की अन्य राग के स्वरों से समानता दूर करने के लिये तीत्र के स्थान पर कोमल धैवत का भी प्रयोग करते हैं। प्रारोहः-नि रे ग म ध नि सां, और अवरोहः-सां नि ध म गरे सा है । मुख्यांगः- नि ध नि म ध नि रे सा है। गायन समय मध्य रात्रि है। अलाप-- नि, ध नि, म ध नि, म ध म नि, म ध नि रे सा, सा ग, रे ग, रे मा नि, नि म ऽग, सा ग, नि रे सा ग, नि सा ग म ग, म ग रे में ग, म ध में ग, रे ग रे सा, नि रे सा। नि रे ग, रे ग रे ग म ग, म ध म ग, नि ध नि नि रे ग म ध म ग, नि रे नि नि रे ग म ध नि, म ध म नि. नि ध म ग रे ग, ग म ध नि रे सां. नि, ध नि, म ध निध म ग, रे ग म ग रे सा, नि रे सा । ग, म ध नि, नि ध म ग म ध नि. गम, मध, ध नि, मं ध नि , नि, ध में ग. ग म ध नि सां. नि रे सां, नि , गं मै गं रे सां, नि ध नि, मध में नि, ध नि ध म ग, म ध म ग रे सा, नि रे सा । तानें- १-नि रे ग ग रे सा नि सा, नि रे ग म ग ग रे मा नि सा, नि रे ग म ध म ग म ग गरे सा नि सा, नि रे ग म ध नि ध म ग म ग ग रे सा नि सा, नि रे ग म ध नि रे नि ध म ग ग रे सा नि सा । २-ग म म ग म म ग म ग रे, म ध ध म ध ध म ध म ग, ध नि नि ध नि नि ध नि ध म. नि रेंरे नि रे रे नि रे नि ध, म ध नि सां नि ध म ग, रे ग म ग रे सा नि सा । ३-सा ग ग, गम में, म ध ध, ध नि नि, नि सां सां, सा ग, गम, मध, ध नि, नि सां. सा ग म ध नि सां. रे नि ध नि. ध म ग म, म ग रे ग, रे सा नि सा । ३५ -पूरियाधनाश्री यह पूर्वी अंग का राग है । इसमें ऋपभ, धैवत तथा मध्यम तीव्र एवं शेष स्वर शुद्ध लगते हैं। पूर्वी में से शुद्ध मध्यम निकाल देने से, अथवा यूँ कहो कि भैरव में शुद्ध के स्थान पर विकृत मध्यम लगाकर और पंचम को वादी व पड्ज को मंवादी बनाकर गाने से, यह राग बनता है । जाति सम्पूर्ण-सम्पूर्ण है । इसमें म रे ग और रे नि ध प स्वर समुदाय बारंबार लिया जाता है । गायन समय दिन का चतुर्थ प्रहर है । आरोही - नि रे ग म प ध नि सां और अवरोही रे नि ध प म ग म रे ग. रे सा है । मुख्यांग:-निरे ग, मधु प, म रे ग, म ग रे सा है। प्रलाप--- नि रे ग. रे ग म रे ग, रे ग म प, नि रे ग म प, म ध प म ग रे म ग रे ग, रे मा. नि ध प म प ध प. म प ध नि, नि रे ग म प म ध नि ध प. ध प म ग. रे ग, म ग रे सा । निरे ग. रे ग म प, म ध प, म ध नि धूप, म ध नि सां नि ध प, रे नि ध प.