पृष्ठ:सितार-मालिका.pdf/२३८

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इक्कीसवाँ अध्याय २-ग ग रे ग रे सा, प प म ग रे सा, ध ध प म ग म. ग ग रे ग रे सा नि नि ध नि धु म ग म रे ग म ग रे ग रे सा, सां सां नि ध म म ग रे ग प ध ध म ग रे सा, रेग रे सां नि सां, रे ग रे मा नि सा, सां नि ध ध म ग रे ग प ध म ग रे ग रे सा। ३-सा रे रे, रे ग ग, ग प प, पधु धु, ५ सां मां, मारे रे ग म प, पथ, ध सां, सारे ग, रे ग प ग प ष, प ध सां, रेंग रे सां नि सां, नि ध म म ग रे ग ग रे ग प ध म ग रे सा । ४२-विहाग इस राग को कुछ विद्वान बिलावल अङ्ग का मानते हैं। उनका कथन है कि इसमें समस्त शुद्ध स्वर हैं और तोत्र मध्यम केवल विवाही के नाते लगता । परन्तु प्रचार में तीव्र मध्यम इतना अधिक आ गया है कि जब तक तीव्र मध्यम न लगे, राग स्पष्ट ही नहीं होता। अत: आजकल विहाग में तीव्र मध्यम एक आवश्यक स्वर बन गया है। इसी कारण इसे बिलावल अङ्ग का राग न मान कर कुछ विद्वानों के मत से कल्याण अङ्ग का ही मानना उचित होगा । किन्तु आज भी अनेक ध्रुपद गायक बिहाग को तीन मध्यम रहित ही गाते हैं। अस्तु, कुछ भी हो इसमें दोनों मध्यम तथा शेष समस्त स्वर शुद्ध लगते हैं। आरोही में ऋपभ, धैवत वर्जित है इसलिये जाति औडव-संपूर्ण है । अवराह में भी ऋपभ-धैवत का प्रयोग अल्प ही किया जाता है। वादी स्वर गांधार व सम्वादी निषाद है। आरोह ई-सा ग म प नि सां, अवरोह-सां नि ध प, म प ग म ग, रे सा । मुख्यांग, ग म प, ग म ग, रे सा है। पालाप- सा, नि, पनि सा, रे सा नि, ध प. पनि, सा ग, ग, ग म ग, रे सा नि, सा ग म प, ग म ग, रे सा नि, प नि सा ग म प ग म ग, नि ध प, ध म प ग म ग, पनि, धप म प, ग म ग, रे सा नि सा । सा ग म प म ग म ग, सा ग म प ध म प ग म ग, सा ग म पनि, ध प ध म प ग म म, सा ग म प नि सां, नि ध प, म प ग म ग, सां रें सां नि ध प म प ग म ग, प म ग म ग, रे सा । मा ग म प, पनि, प नि सां, प नि सा रें सां, नि सां गं मं गं, रे सां, नि सा रे नि ध प, म प ग म ग, प ध प म ग म ग, नि नि ध प ध म प ग म ग, प म ग म ग नि ध प म ग म ग, सां नि ध प म ग म ग, प म ग म ग, रे सा। ताने- ५-नि सा गरे नि सा, नि सा ग म ग रे नि सा, नि सा ग म प म ग म ग रे नि सा, नि सा ग म प नि ध प म प ग म ग रे नि सा, नि सा ग म प नि सा रे सां नि ध प म प ग म ग रे नि सा, नि सा ग म प नि सां गं रें सां नि ध प म ग म ग रे नि सा। २-नि सा ग म प म ग म, ग ग प नि ध प म प, म प नि सां गं रें नि सां. सां रे सां सां नि ध प म प, म नि ध प म प ग म, प ध प म ग रे नि सा ।