यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।
स्वर-लिपि
(पृष्ट १६५ )
मिश्र कालिगड़ा-तीन ताल
स्थायी
O
ऐे
हे
स
व
प ध
स प र म्
मि ली ऽ बि
ऽ द बा ऽ
शरा S ह षे।
तिस से र भ ग
रे
स स
र
कयस* ,
- ा इ
स हत जीऽ Sऽ व न ऽ ने ऽ औ् स् व इ ई ऽ, दृ ऽ ध स हनि ध ५ घ नि सं रे* नि स श स स स भी ऽ खे डु येां S की ऽ सं ऽ चि त स शु क रि प स शह कस टा S ई ऽ, २०६ १४ 2* diछ P !5ा h न द X ई 21>' "ल
२०३