यह पृष्ठ प्रमाणित है।
मगध का गुप्त-राजवंश
( १ ) श्रीगुप्त--( ई० २७५-३०० )
|
( २ ) घटोत्कच गुप्त--( ई० ३००-३२० )
|
( ३ ) चंद्रगुप्त--( ई० ३२०-३३५ )
|
( ४ ) समुद्रगुप्त--( ई० ३३५-३८५ )
|
( ५ ) चंद्रगुप्त विक्रमादित्य ( ई० ३८५-४१३ )
|
( ६ ) कुमारगुप्त महेंद्रादित्य ( ई० ४१३-४५५ )
|
( १ ) कोई इसका नाम केवल 'गुप्त' लिखते हैं, 'श्री' सम्मानसूचक है।
( २ ) इस नाम के साथ 'गुप्त' शब्द नहीं मिलता।
( ३ ) यही पहला स्वतंत्र गुप्तवंशी राजा हुआ। वैशाली के लिच्छिवियों के यहाँ इसका ब्याह हुआ।
( ४ ) गुप्तवंश का परम प्रतापी, भारत-विजेता सम्राट्। राजसूय और अश्वमेध यज्ञ किया।
( ५ ) पाटलीपुत्र का विक्रमादित्य, जिसे लोग चन्द्रगुप्त द्वितीय विक्रमादित्य कहते हैं।
( ६ ) मालव-विजेता, आख्यायिकाओं के विक्रमादित्य का पिता महेंद्रादित्य।
१