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ब्राह्मण।

लिए जब कमर कसकर उठ खड़े होंगे, तभी दमभर में बड़े हो जायँगे, मुक्त हो जायँगे, अमर हो जायँगे। उस समय जगत् में हमारी प्रतिष्ठा होगी––प्राचीन भारत के तपोवन में महातपा महर्षियों ने जिस यज्ञ का अनुष्ठान किया था वह सफल होगा। और, हमारे पूर्वज पितामहगण हम लोगों के द्वारा कृतार्थ होकर हम को आशीर्वाद देंगे।