पृष्ठ:हड़ताल.djvu/१०८

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अङ्क २]
[दृश्य १
हड़ताल


लेकिन यह आप की भूल है। जाकर मैनेजर साहब से कह देना।

एनिड

[कठोर स्वर में]

यह तुम्हारा घर नहीं है।

मैज

[द्वार की ओर घूमकर]

नहीं यह मेरा घर नहीं है। मेरे मकान में कभी न आइयेगा।

[वह चली जाती है, एनिड मेज को उँगलियों से खटखटाती है]

मिसेज़ रॉबर्ट

मैज टामस् को क्षमा कीजिए, हुजूर। वह आज बहुत दुःखी है।

एनिड

[उस की ओर देख कर]

उस की क्या बात है, मैं तो समझती हूँ सब के सब मूर्ख हैं, काठ के उल्लू।

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