पृष्ठ:हड़ताल.djvu/१३५

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ प्रमाणित है।
अङ्क २]
[दृश्य १
हड़ताल

मिसेज़ रॉबर्ट

लेकिन उनके बच्चों का तो ख़्याल करो, डेविड।

रॉबर्ट

अगर वे ग़ुलाम पैदा करते चले जायँ और जिन्हें पैदा करते हैं उनके भविष्य की कुछ भी चिंता न करें-

मिसेज़ रॉबर्ट

[साँस भर कर]

बस रहने दो डेविड, उस की चर्चा ही मत करो। मुझ से नहीं सुना जाता। मैं नहीं सुन सकती।

रॉबर्ट

सुनो, जरा सुनो।

मिसेज़ रॉबर्ट

[हाँफती हुई]

नहीं-नहीं, डेविड, मुझसे मत कहो।

१२६