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अङ्क २]
[दृश्य १
हड़ताल
मिसेज़ रॉबर्ट
और औरतें कहाँ जायँगी?
रॉबर्ट
यह औरतों का काम नहीं है।
मिसेज़ रॉबर्ट
(द्वेष के भाव से चमक कर]
नहीं, औरतें मरा करें, तुम्हें उनकी क्या परवाह। जान दे देना ही उनका काम है।
रॉबर्ट
[आँख हटा कर]
मरने की कौन बात है, कोई नहीं मरेगा जब तक हम इनको मजा न चखा देगें।
[दोनों की आँखें फिर मिल जाती हैं, और वह फिर अपनी आँख हटा लेता है।]
इतने दिनों से इसी अवसर का इन्तज़ार कर रहा हूँ कि इन डाकुओं को नीचा दिखाऊँ। और सब के सब अपना
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