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अङ्क २]
[दृश्य २
हड़ताल

इवैन्स

[झल्लाकर]

बोलने दो! बोलने दो! रॉबर्ट! रॉबर्ट!

बलजिन

[दबी जबान से]

अच्छा हो कि यह ख़िसक जाय। कहीं मैं उस की खोपड़ी न तोड़ डालूँ।

[रॉबर्ट समूह के सामने खड़ा हो कर उसे अपनी आँखों से तौलता है; यहाँ तक कि धीरे धीरे लोग चुप हो जाते हैं। वह बोलना शुरू करता है। दोनों में से एक मल्लाह उठ कर खड़ा हो जाता है।]

रॉबर्ट

तो तुम लोग मेरी बात नहीं सुनना चाहते? तुम राउस और उस बूढ़े आदमी की बात सुनोगे। मेरी बात न सुनोगे। तुम यूनियन के साइमन हारनेस की बात सुनोगे जिस ने तुम्हारे साथ इतना सुन्दर व्यवहार किया है; शायद तुम लंदन वाले आदमियों की बात भी सुनोगे। मेरी बात न

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