पृष्ठ:हड़ताल.djvu/२२२

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अङ्क ३]
[दृश्य १
हड़ताल

मैज

[वेदना से विह्वल होकर]

तुम अपना विलास छोड़कर हमारी टोह लेने जाती हो! तुम चाहती हो कि हम लोग एक सप्ताह भूखों मरें।

एनिड

[अपनी बातपर अड़कर]

बे सिर पैर की बातें न करो।

मैज

मैंने उसे मरते देखा। उसके हाथ ठिठुर कर काले हो गए थे।

एनिड

[शोक से विकल होकर]

ओफ्! फिर उसने क्यों मुझसे मदद नहीं ली? इस व्यर्थ के अभिमान से क्या फ़ायदा!

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