पृष्ठ:हड़ताल.djvu/२३५

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ प्रमाणित है।
अङ्क ३]
[दृश्य १
हड़ताल

[एडगार दुहरे दरवाज़े से अन्दर आता है, वह बहुत गम्भीर दिखाई देता है।]

एडगार

[अपने बाप से]

आपने सुना मिसेज रॉबर्ट मर गई।

[सब उसकी तरफ़ ताकने लगते हैं मानो इस समाचार की गुरुता पर विचार करते हों]

एनिड आज शाम को उसके घर गई थी। वहाँ न कोयला था, न खाना था और न कोई और चीज़ थी। बस हद हो गई!

[सन्नाटा हो जाता है। सब एक दूसरे से आँखे चुराते हैं। केवल ऐंथ्वनी बेटे की तरफ़ घूर कर देखता है]

स्केंटिलवरी

क्या आपका ख़याल है, हम लोग उस ग़रीबिन की कुछ मदद कर सकते थे?

वाइल्डर

[उत्तेजित होकर]

औरत बीमार थी। कोई नहीं कह सकता कि उसकी जिम्मेदारी हमारे ऊपर है। कम से कम मुझ पर नहीं है।

२२६