पृष्ठ:हड़ताल.djvu/२४३

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ प्रमाणित है।
अङ्क २]
[दृश्य २
हड़ताल


रगड़ रगड़ कर न मरती। कौन कह सकता है कि अभी एक दर्जन और औरतें इसी तरह फ़ाके नहीं कर रही हैं।

स्केंटिलवरी

भाई साहब, खुदा के लिये इस शब्द का इस-इस-बोर्ड के जल्से में प्रयोग न कीजिए। यह—यह भयंकर है।

एडगार

कोई वजह नहीं कि मैं इसका प्रयोग न करूँ।

स्केंटिलबरी

तो मैं तुम्हारी बातें न सुनूंगा मैं कान ही न दूँगा। मुझे दुख होता है।

[अपने कान बन्द कर लेता है]

वेंकलिन

हम में से कोई समझौते के विरुद्ध नहीं है, सिवाय तुम्हारे पिता के।

२३४