पृष्ठ:हस्तलिखित हिंदी पुस्तकों का संक्षिप्त विवरण.pdf/११०

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सम्मा रसद (ब-१२६) मुनगार प ६० (-१२०) पास बिरोद दे० (क-२) गाव रन का ० (-२) यो मागमारास (१३०) मनादे० (-m कास पर.(-१०३) दुए माँ उस समय सिमगढ़ की राज भानी यो दोंने अपने माई पहाबुसिंह पवविध जाम पर स. ८१५ मै गदी कोर दी और अपने पुत्र सलारसिंह को गदी सीपकरापन में प्राकर रहने लगे, जबल सिगुराधे।६०(म-11) तामा.(-२) विवार दिपक (n) मौरीपा दे० (ब-१५) पनिह परम (पुरा(-११५) रिम का १०(स-२१६) बममा परामा पापप९० प-१२) सरप नाम मात्रा दे० (-११८) एका १० (-1) भुगक पति रिवर दे० (ब-१२०) भात रस मंजरा (ब-१२ एक) बोगमाशा दे० (-१२१ दो) पुगत रस माधुरी . (स-२० सौन) विगत १० (-१२१ घार) गोरम यगय ३० (-१२१ पौष) दोरमाला(ब-१२१५) सपमा देय-1२३ सास) सानिमारा दे० (-१२ पाठ) प्रोम मिा दे. (प-1२९ मौ) परवस मी १० (ब-१२११) परिवार(-१२ पारदो बन रिसीवीर दे.(८-१२२) होपावर व ई (प-२२३) अखिमा रासाद. (ब-१२५) भारत(-१९४) मणिपार (118) पर पछा मासा दे०(-1 ली) मामीदास-उप० सामसिंहा. “सापतसिंह (-१२१)(घ-180) नागरास-पिशारिमदास शिप प्यप संमहाप के अनुपायी साधु महाराज सात सिंह (मागरीकास) से भिन्न पाटीमामी(१-३१) स्मोसिबीको समा०(२-४०) भागरीदास की रट कविता-माहाराम सापस सिंह (मासरीवास) a foका.. १६ कि. मनक विषयौरे स्फुट पर। 1 मागरीदास पदमाराम सापतिमाए घास) दि. रामााण का पगार पन।१० (-२०६) नागरीदासनी की पानी-मागरीवाट साघुकता यिक थी रायााणका भूगारयणन . नागलीबा-पण्यापलि-का017, विपासना माथन का पर्समा ५० (HRW)