पृष्ठ:हस्तलिखित हिंदी पुस्तकों का संक्षिप्त विवरण.pdf/११२

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[ o ] भामरेर बामी (स-२०१) नाम रामायण-मपमिद शामिका स. मार को साचो दे० {ग-१५) १४०३/ वि. काप । १० (च-३०) भामा बीमा कर (प-म१७) नामार्ण च-अप मामगिरसपीरसिंह राजा राग का पर(ग-२४६) छता नि० का सं० 1 नि काम नामदेव भारि की पाषयी सा-मनातहास ११ वि०पिंगला दे.(प-16) TO RE. स. १६ दि मामय, नायक रायसा प्रग्य माम अनीतसिंह फतेह कबीर, दास, संपसठ, रिक्षामन, अगर प्रथा दुर्गाप्रसाद स्वनि का० स० १५, राहावाका मोर घमा प्रादिमको प्रशंसा लि. का०स० १६४२, वि० युव-वर्णम । ९० मय पर । ३० (-३). (-) नामदेव की पानी-नामदेय इतर पिक महान नारिका मेद-माप मि का स. (ख-२०) to वि० मायिका मेद वोन । ० नामदेम की साखी—मामले पर लि. १० सं० १७० वि० सानोपरंग।२० (ग-६५) नायिका मेव मरया बंद-(० मशात) नाम-महाश-पान कपि कृत, मि. का० स० मायिका भेव का वर्णम । (म-11) १६५ सि14 वि० कोष । नायिका क्षक्षण हरष स्त, पिनायिका भेद (4-५६) और उनके सरस का पर्जना ० (-१७१) नापसीसी-जानकीदास BO मि० का० ० भार- परिप्र-अपामी मंहम निका. पि. देव स्तुति पान. (६-५६) स०१ वि० मारद-परिक पर्थम । ० नाम महात्म्प (१)-कीरदातहत विपरमेश्वर (ग-१००) के माम की महिमा । २० (म-२४३) नारद सनकुमार की कथा-प्रसिंह देष नाम मारिम्प (२)-पोरवास राता पि० परमे हत पि० मारह मुभिधारण्यास साहारा पर क नाम की महिमा । दे. (ज-पी) मागपत धर्म या समस्यमा चपन । माप्रपाला-मंदबास स्त, लि का०४० १९०४॥ वि.को 10 (-२० पी) नारायरगु-अर्जुनमिद के गुय थे। ३० (४-५०) नाम-रममावर कार-प्ररप गाम भरकोप नारायण-विषप में मी वात मही। माग गाथलनाथ तमिo.1250 faite. (60) पिकापा०(क-२) परिचय कोपा.(८-३०२) नाम रमाकर-गासनामिका Rom नारायण- सकसमा पर्वमान पियर पार मोर माम कथा (ग-१३) की महिला 120(-1) नारायणदास-IT गामावास म०१५७