पृष्ठ:हस्तलिखित हिंदी पुस्तकों का संक्षिप्त विवरण.pdf/१४१

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[ १०० भवानी-सहस्रनाम-महाराज अजीतसिंह कृत, ! भागवत दशमस्कंध भापा-मोहनदास मिश्र नि० का० सं० १७६८, वि० देवी क सहन कृत, वि० भागवत के दशमस्कंध की कथा । नामों का वर्णन । दे० (ग-८७) दे० (ज-१६६ ची) भवानीसहाय-जन्मभूमि गोरखपुर, परन्तु | भागवत दशमस्कंध भापा--भूपति कवि कृत; घनारस में रहने लगे थे। सं० १८६६ के लग नि० का० स० १७४५, ति० का० सं० १८५७, भग वर्तमान । वि० भागवत दशमस्कंध का अनुवाद । दे०) चैताल पचीसी दे० (ज-२६) (ग-११५) भवानी स्तोत्र-अक्षर अनम्य (अनन्य) कृप्त; भागवतदास-इनके विषय में कुछ भी हात वि० दुर्गा-स्तुति । दे० (छ-२ श्राई ) नहीं, ये कोई वैग्णव भक जान पड़ते हैं। भाऊ कवि-मलूक के पुत्र, गर्ग गोत्री, जैन मता- भगवत चरित्र दे० (ज-२२) घलयी; इनकी माता का नामा गौरी था । आदित्य कथा बड़ी दे० (क-११४) भागवत पचीसी-नाथ कवि कृत; लि. का० स०१६०६, वि० भागवत-माहात्म्य घर्णन । दे० भागवत-नंददास कृत, वि० भागवत के दशम- स्कंध का अनुवाद । दे० (छ-२००) (ज-२०६) भागवत एकादशस्फंध-चतुरदास कृत, नि. भागवत पुगण भाषा जन्मकाण्ड-नवलास कृत, नि० का० स०१८२३, लि०का०सं०१६३५, का० स १६६२, लि०का सं० १४२५, वि० भाग- वि० कृष्ण चरित्र वर्णन। दे० (ज-२१६) वत के ११ वे स्कंध का अनुवाद । दे० (छ- १४६) (क-७१) भागवत भाषा-लछिराम कृत; वि० भागवत भागवत-चरित्र-भागवतदास कृत, दे० "भग का भाषानुवाद । दे० (ज-१६३) चत चरित्र"। (ज-२२) भागवत भाषा-रसजानिदास कृत, निका० भागवत दशमस्कंध की संक्षिप्त कथा-वाजूराय सं० १०७, वि० भागवत के बारहों स्कंधों का कृत, लि० का० सं १८४३, वि० भागवत की भाषानुवाद । दे० (ख-६४) सक्षिप्त कथा का वर्णन । दे० (छ-६) भागवत भापाद्वादशस्फा-कृष्णदास भागवत दशमस्कंध भाषा-कृपाराम कृत नि० मि० का० स०१८५२, वि० भागवत का भाषा का० सं० १८१५, लि० का० स०१८७६, दूसरी नुषाद । दे० (ज-१५ ए) प्रति का० लि. का सं० १६०६ और १६० के भागवत भाषानुवाद--कृपाराम कृत; नि० कार बीच में है, वि० श्रीकृष्ण चरित्र । दे० (ज- सं० १२५ लि. का० सं० १८७६, पि० भी.' १५५)(च-६) कृष्ण चरित्र । दे० (च-६) (ज-१५५) भागवत दशमस्कंध भाषा-नवलदास कृत, लिक भागवत माहात्म्य-राजारघुराजसिंह कृत; मि० का० सं० १४३५, वि० भागवत के दशमस्कंध का० स० १६१६; वि० पद्मपुराण से उदृत का भाषानुवाद । दे० (ज-२१३) भागवत माहात्म्य का पद्यानुवाद । दे० (घ-१८) .