पृष्ठ:हस्तलिखित हिंदी पुस्तकों का संक्षिप्त विवरण.pdf/१४४

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वर्तमान । का व मापिका मेर पर्णन । २० (ग-४ | भाष्य प्रकाश-पाराम स, नि० का० स० (५-७१)(२५) (-1४४) १०पि रामानुजाचाय नीता भाप के भामा भ्पण की दी-मारापणदास Tot मनुसार भाषानुपा(1) लिका - वि० मापा-मूएगा पर-मिखारीदास-34० दास, दिदीक महत बड़े रोका । २०(0-3बी) कपिजाति के कापस्था देसा निधासीस० मात्रा मण सटीक इरिवास तामिका IMES लगभग पतमाम, पहले ये दसवर सं०१-३५लिका सपि माश के पर हिसिक और पश्चात् काशी नरेश भूषा पररीका।०(४७) महाराय अदितनारायण सिंह के माणित थे। माषामृत (मागरम गीचा की टो)-मगषाम egnet to (4-11) पास निकास.१७५६, लि.का. घर प्रकाश ० (म-१२) ११ वि० रामानुजाचार्य के गीता संचार विरुप ३० (-४) माम्य का भाषानुवार (-१) काम निक(प-41) पारा रामापण--(प) कायर पनि निम्मारीदास-प्रतापगड ( भय ) निवासी का 1000 मिक्षेप में रामायण की डाति के कापस, स. १et के लगमग कपा 110() 7 भाषा लीशाषठी--मोसानाथ पत वि० ससा ग्रनका दे० (-२०) सोलापीका मापनुपाय।२०(प-१६) हिम राय भा० (-२०ी) मारा पोरसर निर्णय–पिपादासन, लिय पY सारंग(र-२१) का० स१६२, रि० रापायाम संवाय क | मिपम प्रिया-पुरर्शन त निका०सं० 15281 वार्षिक सपो का निर्णय। १० (-२३५३) लिक का पूरी प्रति च प्लिक मापा सप्तशती-पतसिंर (प्रधान मन का. स. सिं० चैक मिविस्तादि का०म०१ लि. र वि० वसन। ३० (-) (-२१२) दुर्गा साठी मनुवाद । दे० (प-5 एल) मीमजूस १ गमग पसंमान, जाति यापासुबोधिनी-बद्रलाल काम, लि का.स. के कायम भवरण (कामपुर) नियासी VE पि. रामा रुप्प का विहार तथा इनक किसी पूर्वन को दिसमी के बारणाने 7 रापाषसमी सप्रदाय का उपदेशाद०(4 'कटारमको सपाधि दी थी। ५१) गमिततार (११३७ पापा दिवोपदेश-कोविद कपिल लि का भीपसिंह-जोधपुर गया राम्य का ४० १t. 419 वि० ससतरितोपदेशका भाषा १० इके राय का में भी बाहर सुभाइ। (-१२वी) के मारमण नहीं हुए मौर म कमी प्रमाल