पृष्ठ:हस्तलिखित हिंदी पुस्तकों का संक्षिप्त विवरण.pdf/१७३

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. [ १४० ] कृतलिका० सं० १६५० वि० गुरु महिमा यण पर टीका । दे० (ज-२४५.सी) तथा ज्ञान विज्ञान वर्णन । दे० (ज-२४६) रामचरित मानस मुक्तावली-शिवलाल पाठक रामचंद्रिका-केशवदास कृत, नि० का० सं० के शिष्य कृता नि० का० सं० १८६०; लि० का० १६५८ लि० का० सं०१८२, दूसरी प्रति का सं० १६१५; घि० तुलसीकृत रामचरित मानस • लि० का० सं० १८८८ वि० रामचंद्राका वर्णन । पर टीका । दे०(घ-१०) दे० (क-५२ चार) (घ-२१) (ग-२५२) रामचरित मानस सातोफांड-गोस्वामी तुलसी. रामचरण--शाहपुरा ( राजपूताना) निवासी दास कृत; नि० का० सं०१६३१; लि० का०सं० नवलराम के गुरु और रामसनेही पंथ के १७०४, वि० रामचरित्र वर्णन । दे० (क-१) संस्थापक। दे० (ख-६४) रामचरित्र कथा काक भुसंडी गरुड़ संवाद- रामचरण दास-स० १८४४ के लगभग पर्त धारहट नरहरदास कृत, वि० रामअवतार की मान, ये अयोध्या के महत थे। कथा, गरुड़ और काक भुशुंडी सवाद । दे० रस मालिका दे० (घ-४४) (ग-४६) कौशलेंद्ररहस्य ( राम रहस्य ) दे० (घ-६८) रामचरित्र के पद-नाभादास (नारायणदास) रामानद लहरी दे० (ड-६३) कृत; लि० का०स०१८-६, वि० रामचरित्र के दृष्टांत बोधिका दे० (छ-२११) (ज-२४५ फे) पदों का संग्रह । दे० (ज-२०२) पिंगत दे० (ज-२४५ ए) रामचरित्र मानस टीका-रामचरणदास कृत; शत पंचाशिका दे० (ज-२४५ घी) नि० का० सं० १८६५; वि० तुलसी कृत रामा. राम मालिका दे० (ज-२४५ सी) यण पर टीका । दे० (ज-२४५ डी) रामचरित्र मानस की टीफा दे० (ज-२४५डी) रामचरित्र रागसैरा-गुरुदीन कृत, वि० रामचंद्र सियाराम रस मजरी दे० (ज-२४५६) और रावण के युद्ध का वर्णन । दे० (च-२४) सेवाविधि दे०(ज-२५ एफ) रामचरित्र रामायण-भूपति कृत; वि० राम- छप्पै समायण दे० (ज-२४५ जी) चरित्र वर्णन । दे०(छ-१३८) जैमाल सपह दे० (ज-२४५ एच) रामजी की वंशावली-हरिलाल मिश्र कृत; नि० चरणचिन्ह दे० (ज-२४५ श्राई) का० सं० १८५०; लि० का० सं०१-७२, वि० कवितावनी दे० (ज-२४५ जे) सूर्यवंश के राजाओं की घंशावली, उनकी तीर्थयात्रा दे० (ज-२४५ एल) रानियों के नाम सहित वर्णित । दे० (ज-११३) गम पदावली दे०(ज-२४५ एम) रामजीवन----कवि छत्रधारी के पिता, सं० १६१४ विरहशतफ दे० (ज-२४५ पन) के पूर्व वर्तमान थे। दे० (उ-६८) रामचरित मानस टीका--रामचरण दास कृत; रामदत्त-विष्णुदत्त के पिता; सं० १८४५ के पूर्व नि० का० सं० १८६५, वि० तुलसी कृत रामा- वर्तमान थे। दे० (ङ-७०)