पृष्ठ:हस्तलिखित हिंदी पुस्तकों का संक्षिप्त विवरण.pdf/२१५

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[ !=? ) के पूर्व पर्तमान. प्रयाग निवासी थे । दे० सुंदर कली-कोई मुसलमान बी पी इस (प्र-२१) विषय में और गुरमीत्रात नहीं। सीताराम रस तरंगिनी-जनकराजकिशोरी मरर गुदा कन्नी का सदाना (REETI) दे० (-३१२) रुत, लि० का० सं० १६३०, वि० राम जानकी को दैनिक लीला का वर्णन । दे मुंदर कली की कहानी--अन्य नाम बारहमासा (ज-१३४ डी) सुदरकाली बता थि० प्रेम तथा विरह का सीताराम रस दीपिका--किशोरीशरण (मिक यन 1 दे० (ज-१२) यारसिकपिहारी) छन,वि० रामलीला फावर्णन। सुंदर कुँचरि (बी)- )-गणगढ़ के राजा राजसिंह दे० (छ-२८१ घी) की पुत्री; महाराज सातमिह (नागरीदास) सीताराम रहस्य-रूपानिपास शत; लि. का. और यहादुरसिंह को यहिनः सं० Ent सं० १८६०, वि० रामसीता के नृत्य का वर्णन । स्तगमग वर्तमान, ये श्रीकृषा की बड़ी दे० (छ-२७६ एफ) मत्तयाँ। सीतारम विवाह-मुनि कयि कृत; वि० राम- मेम मंट दे० (म-६५) जानकी के विवाह का वर्णन । दे० (ज-२०१) रंगझर दे० (ज-६६) सीताराम सिद्धांतमुक्तावली-जनकराजकिशोरी मेनिधि दे० (-६७) शरण कृत, नि० का० सं०१७; लि. का. रामरम्प दे० (-) सं० १४२४; घि० भक्ति, शांति और शृङ्गार मन मुगल दे० (-६६) रस का वर्णन । दे० (ज-१३४१) गोपीमादरम्य दे० (ब-१००) सीताराम सिद्धांत मुक्तावली-किशोरीशरण रगपुग दे० (ख-101) ( रसिक या रसिफबिहारो) कृत; लि० का० सार मपद दे० (न-२०२) सं० १६४३, वि० राममक्ति का घर्णन । दे० रदायन गोपो माहारम्प दे० (-१०३) (छ-११ डी) भावना मकारा दे० (ब-१०४) सीता स्वयंवर–नवलसिंह (प्रधान) कृत, वि० सीताजी के स्वयवर कावर्णन । दे० (-वी) मुंदर चंद्रिका सिक-मुंदरलाल कृत; नि० का० सं० १९०६, वि० नायक-नायिका का उदाहरण सीयवर केलि पदावली-शाननली कन; लि. सहित स्वरूप-वर्णन । दे० (क-२२५) का० सं० १६५६, वि० सीताराम के चरित्र का वर्णन । दे० (ज-९०३) सुंदरदास-दूल्दाराम के पुत्र; जाति के कायल सीलदास-विजयदेव सूरि कृत, नि० का० स० काशी निवासी; सं० १९६७ के लगभग १६६६, लि० का० सं० १६६६, वि० नेमनाय के वर्तमान थे। पुत्र सीलकुमार के चरित्र का वर्णन । दे० सुंदर श्याम विजाम दे० (ध-५७) नियम सार दे० (घ--)