पृष्ठ:हस्तलिखित हिंदी पुस्तकों का संक्षिप्त विवरण.pdf/२१९

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

कृतः [ १८६ ] सुदामा-चरित्र-नरोत्तम कृत; लि० का० स० | सुनीति-रत्नाकर-निहाल कधि कृत; नि० का० १८८७, दूसरी प्रति का स०१६२८, वि० सुदामा सं०१६०२, लि. फा० सं०१६०२, वि० नीति। चरित्र का वर्णन । दे० (क-२२) (छ-२०१) दे (घ-१०७) सुदामा चरित्र-गोपाल कृत; नि० का० सं० सुमनधन-~-गंगादास कृत; नि० का० सं० १८७E; १८५३, लि० का० सं० १९३१; वि० मुदामा. वि० गुलिस्तों का हिंदी अनुवाद । दे० चरित्र का वर्णन | दे० (छ-२५३) सुदामा-चरित्र-व्रजवल्लभदास वि० सुरजनराव-बूंदी नरंशः महाराज भाऊसिंह के सुदामा-चरित्र का वर्णन । दे० (ज-३५ घी) पूर्वज, सं० १६११ के लगभग वर्तमान थे। सुदामा-चरित्र—इलधर कृत, लि० का० सं० दे० (घ-६७) १६११, वि० सुदामा की कथा का वर्णन । दे० सुर तरंग-राजा सरदारसिंह कन; नि० का० (ज-१०४) सं०१०५; वि० गान विद्या का वर्णन । दे. सुदामा-समाज-अन्य नाम "सुदामा-चरित्र", (ग-२) खंडन कवि कृत; लि० का० सं० १७६६; दूसरी प्रति का सं० १८१०, वि० सुदामा की कथा का सुलतानसिंह-वनहेडा (मेवाड़) के राजा; सर- दारसिंह के पिता; महाराणा राजसिंह के वर्णन! दे० (छ- ए) वंशज, इनकी वंशावली इस प्रकार है-राज सुदिष्ट तरंगिणी-२० अक्षात; नि० का० सं० १८३८, वि० जैनधर्म के सिद्धांतों का वर्णन । सिंह-भीमसिंह-सूरजमल और मुलतान- सिंह । दे० (ग-२) दे० (क-२१६) सुधानिधि-तोपमणि कृत; नि० का० सं० १६६१; | सुवंश शुक्ल-बिसवाँ (सीनापुर) निवासी; सं० लि० का० सं० १६४८, वि० नव रस और १८६४ के लगभग वर्तमान, जाति के ग्राह्मण, नायिका भेद का वर्णन । दे० (ज-३१४) राजा उमरावसिंह और सूगासिंह के आश्रित थे। सुनिसार-घख्तावर कृत; नि० का० सं० १८६०, लि. का० सं० १८७४, वि० द्वैत मत का विरोधी समराय कोश दे० (च---) और अद्वैत मत का प्रतिपादक वेदांत ग्रंथ । दे० पिंगल दे० (ज-३०६) (स्त्र-५8) विद्वान मोद तरगिनी दे० (ज-३०६) सुनीतिपंथ प्रकाश-निहाल द्विज कृत, नि० का० देकी दे० (ग-१०७) सं० १८६६, वि० राजनीति का वर्णन। दे० मुवर्णवेलि की कविता-सुवर्णवेलि (महारानी (घ-१०६) सोन कुँवरि) कृत, लि० का० सं० १८३४, वि० सुनीति-प्रकाश-भूपति कृत, नि० का० सं० कृष्णोत्सव के गीत 1 दे० (छ-२३६) १८३१; चि० इखलाकुल मुहनी का भाषानुवाद, | सुवर्ण-माला-गिरिधर भट्ट कृत, नि० का० सं० राजनीति की कहानियाँ। दे० (ड-२) १६०८; वि० वर्णनुसार प्रत्येक दोहे में १२