पृष्ठ:हस्तलिखित हिंदी पुस्तकों का संक्षिप्त विवरण.pdf/५८

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[ 34 ) कासिम-वालिद का पुष । नितारी (-११ सी) रसिरपिपरीच(ज-२४७) (10) (-१३५ सो) निका मयुर जान पड़ता है। सीताराम Mer मरहीरे ( 47) कासिप शाररियाबाद (बाराबकी) लिपासी, गास्वामी लगमग पर्समान । किशोरीसरन--प्रवरासी, रप. मार दे०(ग-m) यिारीलासबनमी संप्रदाय बच्य अमितामामा दे० (-१) शिशोश- माली कवि जान पहले ६ माझ्या मरेश रामा पित्रमाणीत (लघुश्चम) धित। मिकिपा-रामगुलाम ना हि का० हो पाम्रा र (ग-५६) म.18.वि. शिकिया कराया । 20(ज-२४०सी) किशोरदास-कमगढ़ निवासी, ६00 कीनाराम (गोसाई)-प्रमनगर (बनारस)मिवायी। सगमग बसमान। शरसा द(-110) यहरति पगारुपदे.(-६ ए) मीन-मानाप स पिछ उपदेश । ३० (क- MARम पाप(1-1 पो) १०) गुमालाप्प चद.(-3) ज-कौतुक-रसिका ra, दि० लीला । किमोरोपनी-HTEas सगम पर्तमान । २०-६) तार दिय दे० (-५ ) हमदास- सजगभग पर्तमाम । किशोरीलाम-पायसी सम्पाय क पप । चरित्र दे. (६-२२) दिए(क-481 हरनिया--भमदासरता दि० मिन मिप्ररिपो गपागप बी017-१५१) पर कालिया परमेशविना। 14-१९१५) किशोपीदात के पर-शारोदाम त, वि[इंदलिया–मिरपर कविषय र ति. पाणपिदार पोसपमम।०(-५६) स.१६ वि०मिन मिप विपयों पर सास किशोरण- रसिक या मित्र बिहारी विक कपिता (-१५०) (राजस्योरी गरए), गुमठी घाझए रशिया पलटू साम कर-पखद् यातात, घरमापुरी निवासी मत में पाया में रहने दिशामापरया (-२२०) सपथे, मणीनर प्रदाप हे पथर साधु । सवयन-पिातीय ऐन दुधाम शिम्पा पाली.(१-१०) राणा र पिता इममगाराधिता पुरा. (8-11) लगमा यसमामा मगातीकाप-(-) जांना मरा(बी) सुमारपधि-अम स० गाइन (ब) 1 4 सं० ११ ४