पृष्ठ:हस्तलिखित हिंदी पुस्तकों का संक्षिप्त विवरण.pdf/७४

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-- [ 4 ] पनश्यामदास-जाति : ६५ के पद (गोसाई) जानिपासी, इनके विषय मगमग बसमान घरमारी नरेश राधा रखन में चार कुरमीदास मही। सिंह के माथिवा परिजदे. (-1) अमेपर्व ३० (५-३६८) पंदन कपि-RD गमग पर्वमान बरेच मोचनी गोवा २० (५-३०ी) इनके विषय में मोर कप भी हात नहीं। सी(क-स) काम्पामरण (ज-५०) घासीराम-समथर (खुदेणा) निघाप्ती, काति एस एतसर २० (ज-४०). के उपाध्याय ग्राम। सरा रंग दे०(प-२६) पीपादे० (४-३७) चदग्स ईद-सक शिषय में कुछ मी काट नही। पासीराम-जाति के प्राह्मणा, मलायाँ (पर) गुममवी दिशा दे० (-१) मियासी राम काल म० २६२३ चंट परदाई -म भूमि लाहोर, स०१५४७ के किसद-(ज-) लगभग पतमान सं० १२५० में मृत्यु रीरित्र-गुग गाविवसिंह छतालिका दिसली के प्रसियसम्राट महापत्र एप्पी स010 पुस्तक का भाप माम दहीपरित्र रामवी तथा सम्मानित राजकदि। रक विसास, वि. पाहीली का चरित्र पुजाराम रामो दे (क-4) वर्णन । २० (प-म) फ-६२) (-३) (प-२८) बरीपरिप्र-मार मिन तालिका०स० (-6) (ब-१०) (-१) (-४२) (म-४३) (-1) PREETRO ही भोर मटम का युद्ध पणमा दे०(ज-18) (८-१५६) (ग-3) परी परिष नाटक-गुरु गोवियसिदलि. सोना मे मस्खा (ग-२४) का० स० १८ दि० तुर्मा और मदिपार पद-पचन्द्रमाला पे० "गुलाल" हित के पुरसपना दे० (-2) हरिपरा के अनुयायी, स०१५ के जगमग ईद-गदेखबर निवासी सरगमा पतमाना मम्बर (T-३६) और (3-4) घर पतमानाम पिपप में घोर पक्षमीबाल मही। मागौरीमा दे० ए-1) हित पषा चलाल एक ही नको प्रपा मानना भूगई। मदार वर्णन री पहिमा—गा मार हता सुपारिपा दे० (ज-18) मि.का.म.लि. २९ परिताप दासी २० (-18बी) निबारण मर गगा कृषि का पर मावा (ज-३६ सी) (- बरवारासोसीया सुगान का वर्णन। समय पोगो 12-141)(-19ी)