पृष्ठ:हिंदी कोविद रत्नमाला भाग 1.djvu/२१३

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। मापका पंडित दीनदयालु शर्मा पार या बालमुकुंद गुप्त धनिष्ट नह था पार सेठ प्रेमराज श्रीपादास जी आपको तु मानते थे। सेद है कि माप ३६ वर्ष की अवम्पा में इस संसार चल बसे । प्रापका देहांत संवत् १९६१ के धायण शुक्ल ७ निवार के हुमा था।