पृष्ठ:हिंदी भाषा.djvu/७१

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हिंदी भाषा क्रियाएँ-इनके रूप भिन्न फालों, घचों, पुरुगें तथा लिंगों में इस प्रकार होते है:- (१) अकर्मक क्रियाएँ घर्तमान फाल यहुवचन पुरुष एकवचन पुं० सी० पु. स्त्री० उ०प० ।। हो, पारयों, हर ,वाटिउँ, हई, पाटी, इन, बाटिन, ।। अहाँ अहिउँ ग्रहो अहिन (हए, बाटे, हहस. याटिस | हो, बास्यो, हइउ, याटिउ याटिस अही म. पु० ॥ अहिरा, अहे, | अहिस अहेव, ग्रह्यो, अहिष अहसि अह, महे अहै, है, अाय, याटइ, अहै, है, बाटें, अहै, है वाटो, पहे, अ० पु० र बाटै, या बाटै, या । बाटिन भूत काल “मैं था" पहुवचन एकवचन पुरुष सी. स्त्री० । रह्यों ( रहे, रहसि म० पु. ! रहे, रहिसि रहे, रहिन, (रहेन) रह्यो रहिउ रहेन, रहिन, रहे| रहा, रहिन